बाड़मेर. जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर मातासर गांव में वायु सेना का लड़ाकू विमान मिग-21 तकनीकी खराबी के चलते खेत में क्रैश हो गया. पायलट ने पैराशूट से 4 किलोमीटर दूर सुरक्षित लैंडिंग की.
लड़ाकू विमान खेत में गिरा और इसका मलबा करीब 2 किलोमीटर की दूरी तक फैल गया. गनीमत यह रही थी हादसे के समय ढाणी में कोई नहीं था. वायु सेना ने हादसे के कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए हैं.
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बाड़मेर के जिला कलेक्टर लोकबंधु ने बताया कि शाम 6 बजे के आसपास उनके पास उत्तरलाई से वायुसेना के अधिकारी का फोन आया और बताया कि मिग-21 लोकेट नहीं हो रहा है. जिसके बाद हमने पुलिस और प्रशासन की पूरी टीम इलाके में लगा दी. थोड़ी देर बाद मिग के हादसे की सूचना मिल गई. पायलट पूरी तरीके से सुरक्षित है सबसे अच्छी बात यह रही कि जहां पर प्लेन क्रैश हुआ उस समय खेत में कोई नहीं था. जिसके चलते कोई भी जनहानि नहीं हुई है.
खेत मालिक हीराराम ने बताया कि शाम के समय वह ढाणी से थोड़ा दूर खड़ा था. उसी समय आसमान से हवाई जहाज नीचे गिर गया. उसकी आवाज इतनी जोरदार थी कि वह डर गया. तभी उसने देखा कि ढाणी में आग लगी हुई थी और मलबा फैला हुआ था.
हीराराम ने बताया कि घटना के बाद वह डर गया. आसपास के लोगों ने देखा तो पता चला कि ये लड़ाकू विमान है. हीराराम ने बताया कि हादसे के कारण लगी आग के चलते उसका घर जल गया है.
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घटना की जानकारी के बाद उत्तरलाई वायु सेना से एयर फोर्स की अधिकारियों के साथ कई टीमें मौके पर पहुंची और पूरे एरिया को अपने कब्जे में ले लिया. बताया जा रहा है कि लड़ाकू विमान से ब्लैक बॉक्स को वायु सेना ने अपने कब्जे में ले लिया है. वहीं दूसरी ओर पायलट को इलाज के लिए ले जाया गया. वायु सेना हादसे की जांच में जुट गई है.
मिग का मलबा कई जगह पर फैला: हादसे के बाद गांव के लोग मौके पर पहुंचे थे. मिग का मलबा कई जगह पर बिखरा नजर आया. वायु सेना की टीम मलबे को एकत्रित करने में लगी है.