बालोतरा (बाड़मेर). प्रदूषण को लेकर बिठुजा का मामला लम्बे समय से एनजीटी में विचाराधीन है. ट्रस्ट उस पर अंकुश लगाने में फेल साबित हो रहा है. वहीं दूसरी ओर ट्रस्ट की तरफ से जमीन पर अतिक्रमण कर प्रदूषित पानी को रखने के लिए तालाब बनाए जा रहे हैं. जिसको लेकर लोगों ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
उपखण्ड अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में बताया है कि बिठुजा वाटर पॉल्यूशन ट्रस्ट प्रदूषित पानी डाल रहा है, लेकिन ट्रस्ट की खातेदारी भूमि खसरा नम्बर 470/27 रकबा 29 बीघा है. मौके पर खसरा नम्बर 84 गैर मुमकिन लूनी नदी की भूमि में प्रदूषित पानी डाला जा रहा है. आस-पास का सम्पूर्ण भाग भी प्रदूषित पानी से भरा पड़ा हैं. जिसके प्रवाह से जमीने बंजर हो रही है.
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उन्होंने उपखण्ड अधिकारी से मांग की सीईटीपी ट्रस्ट की भूमि के खसरा नम्बर 470/27 का मौका देख उसका सीमांकन करवाया जाए. जिससे प्रदूषित पानी को गैर मुमकिन नदी व खसरा नम्बर 84 एवम अन्य खातेदारी भूमि ने नही डाला जाए.