ETV Bharat / state

बाड़मेरः सीईटीपी ट्रस्ट बिठुजा की ओर से प्रदूषित पानी को खातेदारी भूमि में डालाने को लेकर विवाद, सौंपा ज्ञापन - barmer news

बाड़मेर के बालोतरा में प्रदूषण को लेकर बिठुजा का मामला लम्बे समय से एनजीटी में विचाराधीन है. ट्रस्ट की ओर से इस पर लगाम लगाने में असफल साबित हो रहा है, वहीं दूसरी ओर ट्रस्ट की ही जमीन पर अतिक्रमण कर प्रदूषित पानी को रखने के लिए तालाब बनाए जा रहे हैं.

बालोतरा बाड़मेर खबर, polluted water into accountable land,बाड़मेर न्यूज, barmer news, balotara barmer news
बालोतरा बाड़मेर खबर, polluted water into accountable land,बाड़मेर न्यूज, barmer news, balotara barmer news
author img

By

Published : Dec 2, 2019, 9:02 PM IST

बालोतरा (बाड़मेर). प्रदूषण को लेकर बिठुजा का मामला लम्बे समय से एनजीटी में विचाराधीन है. ट्रस्ट उस पर अंकुश लगाने में फेल साबित हो रहा है. वहीं दूसरी ओर ट्रस्ट की तरफ से जमीन पर अतिक्रमण कर प्रदूषित पानी को रखने के लिए तालाब बनाए जा रहे हैं. जिसको लेकर लोगों ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.

बिठुजा की ओर से प्रदूषित पानी को खातेदारी भूमि में डालने में मामला

उपखण्ड अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में बताया है कि बिठुजा वाटर पॉल्यूशन ट्रस्ट प्रदूषित पानी डाल रहा है, लेकिन ट्रस्ट की खातेदारी भूमि खसरा नम्बर 470/27 रकबा 29 बीघा है. मौके पर खसरा नम्बर 84 गैर मुमकिन लूनी नदी की भूमि में प्रदूषित पानी डाला जा रहा है. आस-पास का सम्पूर्ण भाग भी प्रदूषित पानी से भरा पड़ा हैं. जिसके प्रवाह से जमीने बंजर हो रही है.

यह भी पढ़ें- शस्त्र अधिनियम में संशोधन पर बोले सतीश पूनिया, कहा- केंद्र ने व्यवहारिक रूप से आकलन कर ही लिया होगा निर्णय

उन्होंने उपखण्ड अधिकारी से मांग की सीईटीपी ट्रस्ट की भूमि के खसरा नम्बर 470/27 का मौका देख उसका सीमांकन करवाया जाए. जिससे प्रदूषित पानी को गैर मुमकिन नदी व खसरा नम्बर 84 एवम अन्य खातेदारी भूमि ने नही डाला जाए.

बालोतरा (बाड़मेर). प्रदूषण को लेकर बिठुजा का मामला लम्बे समय से एनजीटी में विचाराधीन है. ट्रस्ट उस पर अंकुश लगाने में फेल साबित हो रहा है. वहीं दूसरी ओर ट्रस्ट की तरफ से जमीन पर अतिक्रमण कर प्रदूषित पानी को रखने के लिए तालाब बनाए जा रहे हैं. जिसको लेकर लोगों ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा.

बिठुजा की ओर से प्रदूषित पानी को खातेदारी भूमि में डालने में मामला

उपखण्ड अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में बताया है कि बिठुजा वाटर पॉल्यूशन ट्रस्ट प्रदूषित पानी डाल रहा है, लेकिन ट्रस्ट की खातेदारी भूमि खसरा नम्बर 470/27 रकबा 29 बीघा है. मौके पर खसरा नम्बर 84 गैर मुमकिन लूनी नदी की भूमि में प्रदूषित पानी डाला जा रहा है. आस-पास का सम्पूर्ण भाग भी प्रदूषित पानी से भरा पड़ा हैं. जिसके प्रवाह से जमीने बंजर हो रही है.

यह भी पढ़ें- शस्त्र अधिनियम में संशोधन पर बोले सतीश पूनिया, कहा- केंद्र ने व्यवहारिक रूप से आकलन कर ही लिया होगा निर्णय

उन्होंने उपखण्ड अधिकारी से मांग की सीईटीपी ट्रस्ट की भूमि के खसरा नम्बर 470/27 का मौका देख उसका सीमांकन करवाया जाए. जिससे प्रदूषित पानी को गैर मुमकिन नदी व खसरा नम्बर 84 एवम अन्य खातेदारी भूमि ने नही डाला जाए.

Intro:rj_bmr_trst_pardushit_water_gyapn_avbb_rjc10097

सीईटीपी ट्रस्ट बिठुजा द्वारा प्रदूषित पानी को खातेदारी भूमि में डालने पर उपखण्ड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन


बालोतरा - प्रदूषण को लेकर बिठुजा का मामला लम्बे समय से एनजीटी में विचाराधीन है। ट्रस्ट उस पर अंकुश लगाने में फेल साबित हो रहा है । वही दुसरी ओर ट्रस्ट द्वारा जमीन पर अतिक्रमण कर प्रदूषित पानी को रखने के लिए तालाब बनाए जा रहे हैं जिसको लेकर लोगो ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उसमे बताया कि राजस्व गांव बिठुजा के खसरा नम्बर 470/27 रकबा 29 किस्म बारानी दोयम वाटर पॉल्यूशन कंट्रोल एंड रिसर्च फाउंडेशन ट्रस्ट बालोतरा की भूमि का सीमांकन करवाने एवम खसरा नम्बर 84 किस्म गैर मुमकिन नदी में एवम अन्य खातेदारी भूमि में प्रदूषित पानी नही डालने को लेकर खातेदारी भूमि में मालिक छगनलाल, पुखराज पुत्र चोंपाराम जाती माली निवासी बालोतरा ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंप कार्यवाही की मांग की । उन्होंने Body:उपखण्ड अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में बताया कि जंहा बिठुजा वाटर पॉल्यूशन ट्रस्ट द्वारा प्रदूषित पानी डाला जा रहा है । लेकिन ट्रस्ट की खातेदारी भूमि खसरा नम्बर 470/27 रकबा 29 बीघा है लेकिन मौके पर खसरा नम्बर 84 गैर मुमकिन लूनी नदी की भूमि में प्रदूषित पानी डाला जा रहा है। आस पास का सम्पूर्ण भाग भी प्रदूषित पानी से भरा पड़ा हैं। जिसके प्रवाह से जमीने बंजर हो रही है। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी से मांग की सीईटीपी ट्रस्ट की भूमि के खसरा नम्बर 470/27 का मौका देख उसका सीमांकन करवाया जाए। जिससे प्रदूषित पानी को गैर मुमकिन नदी व खसरा नम्बर 84 एवम अन्य खातेदारी भूमि ने नही डाला जाए। बड़े बड़े गड्ढे बनाकर पानी का रिचाव कर पर्यावरण प्रदूषण, वाटर प्रदूषण एवम बंजर हो रही भूमि को रोकने की मांग की।

बाइट- रोहित कुमार उपखण्ड अधिकारी बालोतराConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.