बाड़मेर. शहर के विष्णु कॉलोनी इलाके के बाशिन्दे पिछले कई बरसों से नारकीय जीवन जीने को मजबूर है और इसकी बड़ी वजह है कि शहरभर के नालों और सीवरेज का गंदा पानी से कई घर जलमग्न है. यहां के लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो गया है. स्थानीय लोगों ने अपनी इस समस्या से शहर की सरकार से जिला प्रशासन के अधिकारियों तक को अवगत करवा दी है, लेकिन बावजूद इसके हालात जस के तस बने हुए हैं. आलम यह है कि घरों में बने चूल्हों पर गंदे पानी की चादर है, तो घरों के बरतन इस पानी में तैरते नजर आते हैं.
दरअसल बाड़मेर में शहर की सरकार द्वारा सीवरेज के लिए बने नाले के पानी को ट्रीटमेंट प्लांट की बजाए लोगों के खेतों में छोड़ दिया है. जब लोगों के खेत इस पानी से खराब होने लगे तो लोगों ने इस पानी को बड़ी बड़ी रेत की दीवारें बनाकर कर रोक दिया. खेतों में रोका गया यह पानी विष्णु कॉलोनी इलाके के लोगों की बस्तियों में घुस आया और यह आलम कई बरसों से जारी है, जिसकी वजह से स्थानीय लोगों का खाना पीना और जीना मुहाल हो गया है.
गंदे पानी की इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों कई बार जिम्मेदारी अधिकारियों पीड़ा सुनाई है, लेकिन उनके कानों की जूं तक नहीं रेंग रही है. ऐसे में लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रहा है. नगर परिषद के अधिकारियों की उदासीनता के चलते स्थानीय लोगों को भारी मुश्किल को सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि नालों और सीवरेज के गंदे पानी उनके घर में घुस गया है, जिसकी वजह से उनका रहना मुश्किल हो गया है. स्थानीय लोगों की माने तो हालात बेहद नासाज है, लेकिन कोई सुन ही नहीं रहा है.
यह भी पढ़ें- भारतीय बेटे की शादी में शामिल होने के लिए पाकिस्तानी पिता को नहीं मिल रहा वीजा
लोगों की मुश्किलें हर रोज उगते सूरज के साथ शुरू होती है, लेकिन अस्त होते सूरज के साथ समस्या अस्त नहीं होती. नगर परिषद के आयुक्त अशोक शर्मा ने बताया कि विष्णु कॉलोनी इलाके की गंदे पानी की समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि एक नया नाला बनाकर लोगों को राहत दी जाएगी. वहीं आगे जिन लोगों ने नाले को बंद कर दिया है. उन लोगों से समझाइश कर नालों को खुलवाया जाएगा, ताकि यहां के लोगों की इस समस्या का समाधान हो सके. अब देखने वाली बात यह है कि शहर के सबसे निकट बसी इस बस्ती का दर्द कब दूर होती है.