सिवाना(बाड़मेर). भारत माला परियोजना के तहत क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में एनएच 754 अमृतसर से जामनगर सड़क निर्माण के लिए किसानों की भूमि अधिग्रहण की गई थी. जिसमें कई किसानों को मुआवजा नहीं मिला है. मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने भारतमाला परियोजना के कार्य का विरोध करते हुए सिवाना उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान और परियोजना से जुड़े अधिकारियों से मुआवजे की मांग की.
कई घंटों तक किसानों का भारतमाला परियोजना से जुड़े अधिकारियों और प्रशासन के बीच वार्तालाप का दौर चला. किसानों ने बताया कि हमारी भूमि को अधिग्रहण तो कर दिया गया मगर हमें मुआवजा नहीं मिला. मिठौड़ा गांव की सरहद पर में परियोजना से संबंधित कार्यकारी एजेंसी की ओर से कार्य शुरू करने पर किसानों ने अपना विरोध प्रकट किया.
किसानों ने स्थानीय प्रशासन से जल्द जमीन का मुआवजा के साथ गांव में सर्कल बनाने की मांग की. जिस पर उपखण्ड अधिकारी कुसुमलता चौहान ने किसानों से वार्ता कर बताया कि आपकी जायज मांग उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया जाएगा. मुआवजा के कागज जमा करवाने पर जल्द मुहावजा दिलाने का आश्वासन दिया गया.
लम्बे समय से डीएलसी की मांग
एक तरफ पूरे देश में कांग्रेस सरकार किसान अध्यादेश का विरोध कर रही है. वहीं राजस्थान की गहलोत सरकार में प्रदेश के किसान भी केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर अपनी जमीन के वाजिब मुआवजे की मांग कर रहे हैं. दरसअल, केंद्र सरकार की ओर से देश की सुरक्षा के लिहाज से गुजरात और राजस्थान में शुरू की गई राष्ट्रीय राजमार्ग की भारतमाला परियोजना के तहत राजमार्ग के रास्ते किसानों के खेतों से गुजर रहे हैं.
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किसान अपने इन खेतों के बचाव में विरोध प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार से वाजिब मुआवजे की मांग लम्बे समय से कर रहे हैं. उपखण्ड सिवाना के दर्जन भर गांव भारतमाला परियोजना के दायरे में आने वाले क्षेत्रों के किसान अपनी जमीन के वाजिब मुआवजे को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
किसान नेता गिरफ्तार
पुलिस प्रशासन ने आरएससी का पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता बुलाकर मिठौड़ा गांव के पास भूमि अधिग्रहण की गई. ज्यादा विरोध करने पर एक किसान नेता कानसिंह को गिरफ्तार कर पुलिस थाने लेकर आई.
ये रहे मौजूद
सिवाना उपखण्ड अधिकारी कुसुमलता चौहान, सिणधरी तहसीलदार, समदड़ी तहसीलदार शंकरराम गर्ग, सिवाना थानाधिकारी प्रेमाराम, समदड़ी थानाधिकारी मीठाराम, ऑफिस कानूगो सोनाराम चौधरी, पटवारी हिमताराम रामदयाल अहीर और किसान नेता कानसिंह सरपंच प्रतिनिधि मालमसिंह, शम्भूसिहं, गोविन्ददास वैष्णव, महेंद्र माली अंबाराम माली, सालेमोहम्मद मौजूद रहे.