बाड़मेर. सिणधरी थाना क्षेत्र के एक युवक का अपरहण कर उसे यूरिन पिलाने के साथ ही बेरहमी से मारपीट करने और लूट की वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने मामला दर्ज होने के 24 घंटे बाद ही गुजरात से धर दबोचा है. आरोपी ने पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में इस बात को कबूला है कि उसने अवैध संबंध के शक के चलते वारदात को अंजाम दिया था. वहीं पुलिस इस वारदात में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश में जुटी हुई है.
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया, पुलिस थाना सिणधरी के हल्का क्षेत्र में एक युवक का अपहरण कर उसके साथ मारपीट कर लूट की घटना के प्रकरण में नितेश आर्य, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा और शुभकरण के निकट सुपरविजन में बलदेवराम उ.नि. थाना सिणधरी मय जाब्ता की गठित टीम द्वारा अपहरण, मारपीट और लूट के मुख्य आरोपी को प्रकरण दर्ज होने 24 घंटे में गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की गई है.
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पुलिस के अनुसार प्रार्थी गोमाराम जाति जाट निवासी सिणधरी ने 23 मार्च को थाना सिणधरी पर रिपोर्ट पेश किया कि कुछ दिन पूर्व 8 मार्च को रात करीब 9 बजे मेरा पुत्र भेराराम से घर आ रहा था. तब पीछे से स्कॉर्पियो गाड़ी आई, जिसके दो नामजद और दो अन्य लोगों ने उसका अपहरण कर गाड़ी में डालकर सूनसान जगह पर ले गए और वहां पर इन सभी ने मिलकर मेरे पुत्र के हाथ, पैर बांधकर लाठियों और रस्सी से मारपीट की व यूरिन पिलाया. उसके पास से 5 हजार रुपए, एक मोबाइल, गले में पहना चांदी का फुल और कानों में पहने सोने के लूंग लूटकर ले गए. इस पर 23 मार्च को प्रकरण संख्या 58, 2021 धारा- 365, 323, 342 और 392 भा.दं.सं. दर्ज कर मामले की जांच प्रारंभ की गई.
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मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के निर्देशानुसार बलदेवराम उनि थानाधिकारी सिणधरी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर प्रकरण में फरार आरोपियों की तलाश शुरू की गई. वहीं मामला दर्ज होने की भनक लगते ही आरोपी अपने-अपने घरों से फरार होकर गुजरात भाग गए. लेकिन पुलिस की विशेष टीम ने मुख्य आरोपी हीराराम पुत्र खरथाराम जाट निवासी डाबली पुलिस थाना सायला जिला जालौर को प्रकरण दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर गांधीधाम गुजरात से गठित टीम द्वारा दस्तयाब कर गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपी हीराराम ने प्रारम्भिक पूछताछ में अपने सहयोगी जोगाराम के साथ मिलकर भैराराम के अवैध सम्बंधों के शक के आधार पर अपहरण, मारपीट और लूट की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया है.