बाड़मेर. राजस्थान के बहुचर्चित कमलेश प्रजापति एनकाउंटर मामले में कमलेश प्रजापत के भाई भैराराम ने सीबीआई को भेजे पत्र में सीधे तौर पर पहली बार राजस्थान की गहलोत सरकार में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और उनके भाई पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इन आरोपों पर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी का साफ तौर पर कहना है कि सारे आरोप निराधार हैं, सीबीआई की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
कमलेश प्रजापत के भाई भैराराम ने सीबीआई को भेजे पत्र में बताया है कि किस तरीके से पाली जिले के सांडेरा केस में उसे फंसाया गया और उसके बाद वहां की पुलिस ने नाम हटाने के लिए राजस्व मंत्री हरीश चौधरी से मिलने के लिए कहा. ऐसे में मैं राजस्व मंत्री हरीश चौधरी से मिला, तो उन्होंने अपने भाई के पास जाने के लिए कहा. मैंने उनको 10 लाख नाम हटवाने के लिए दिए, लेकिन उसके बावजूद भी पुलिस मुझे लगातार परेशान कर रही थी, तो मैंने 10 लाख रुपए वापस मांगे तो मुझे नहीं दिए गए. मैंने यह भी कह दिया कि मैं मार दूंगा, इस पर मनीष ने कहा कि तू बचेगा तो मुझे मारेग.
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हालांकि, इन तमाम आरोपों पर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने फोन पर बातचीत करते हुए कहा कि सारे आरोप निराधार हैं. सीबीआई की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. उन्होंने कहा कि मैं खुद इस मामले में सीबीआई की जांच चाहता था, ताकि मुझे बेवजह बदनाम किया जा रहा है. हरीश चौधरी के अनुसार कुछ लोग मुझे बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं.
बता दें, 23 अप्रैल को कमलेश प्रजापत की बाड़मेर पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया था, जिसके बाद परिवार और समाज के लोग लगातार इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े कर रहे थे. राजस्थान की गहलोत सरकार ने 31 मई को इस मामले की सीबीआई सिफारिश कर दी थी. 2 जुलाई को केंद्र सरकार ने मंजूरी के बाद फिलहाल सीबीआई की टीम बाड़मेर में इस पूरे मामले की जांच कर रही है.