बाड़मेर. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से बाड़मेर रिफाइनरी परियोजना को लेकर लगाए गए आरोपों पर जवाब (Kailash Choudhary Targets CM Gehlot) दिया है. उन्होंने कहा कि वसुंधरा सरकार के दौरान रिफाइनरी के लिए नोटिफिकेशन जारी हो गया था. लेकिन सरकार बदलने के बाद गहलोत सरकार ने इस प्रोजेक्ट को अटका कर रखा. उल्टा आरोप हम पर लगा रहे हैं.
वसुंधरा राजे और नरेंद्र मोदी पर लगाए आरोप बेबुनियाद
कैलाश चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रिफाइनरी को लेकर (CM Gehlot On Barmer Refinery Project) वसुंधरा राजे और नरेंद्र मोदी पर जो आरोप लगाए वह पूरी तरीके से बेबुनियाद हैं. सोनिया गांधी ने आचार संहिता से पहले शिलान्यास किया था. लेकिन जो एग्रीमेंट किया गया था उसमें राजस्थान को हजारों करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा था. जिसके बाद वसुंधरा सरकार ने इस प्रोजेक्ट को रिव्यू करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों आगे बढ़ाया. आज के समय में रिफाइनरी का काम जबरदस्त तरीके से चल रहा है.
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वसुंधरा और मोदी के चलते रिफाइनरी प्रोजेक्ट अटका
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैलाश चौधरी को नसीहत देते हुए कहा था कि वसुंधरा और मोदी के चलते रिफाइनरी (Barmer Refinery Project In Rajasthan) का प्रोजेक्ट अटका. जिसके कारण 40,000 करोड़ की लागत 70,000 करोड़ रुपए में तब्दील हो गई.