चौहटन (बाड़मेर). सामाजिक कुरीतियों पर रोक लगाने को लेकर जाट समाज की ओर से सोमवार को बलदेवराम मिर्धा छात्रावास में महापंचायत का आयोजन किया गया. चौहटन मठ के महंत जगदीशपुरी, धरमपुरी का धूणा पन्नानियों का तला महंत जगरामपुरी, लीलसर जसनाथ आश्रम के महंत मोटनाथ के सानिध्य में महापंचायत आयोजित हुई.
इसमें जिले के जाट समाज के सैकड़ों लोगों ने शिरकत करते समाज में व्याप्त कुरीतियों से समाज और व्यक्ति पर पड़ रहे बुरे प्रभावों पर चिंतन करते हुए समाज सुधार के निर्णय पारित किए. चौहटन पूर्व प्रधान कुम्भाराम सेंवर ने जानकारी देते हुए बताया कि महापंचायत में मृत्युभोज को पूरी तरह से बंद करने और समाज के किसी भी कार्यक्रम में नशे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है.
उन्होंने बताया शादी समारोह सहित किसी भी आयोजन में डीजे के उपयोग पर भी पूरी तरह से रोक लगाई है, बाल विवाह नहीं करने, दहेज का लेनदेन नहीं करने का भी फैसला लिया गया है, मोबाइल का सिर्फ सदुपयोग करने का निर्णय किया गया.
इस दौरान निर्णयों पर निगरानी रखने के लिए सर्व सहमति से एक 21 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया. साथ ही ग्राम पंचायत स्तर भी निगरानी कमेटियां बनाने का निर्णय लिया. कमेटी का गठन सामाजिक कुरीतियों और रूढ़ीवादी परम्पराओं पर रोक के निर्णयों पर निगरानी रखने के लिए रामाराम गोदारा के संरक्षण में 21 सदस्यों की कमेटी गठित की गई. साथ ही ग्राम पंचायत स्तर पर बैठके करने, कुरीतियों को प्रभावी रूप से रोकने का निर्णय लिया गया.
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महापंचायत के दौरान आंटिया के पूर्व सरपंच रामाराम गोदारा, चौहटन प्रधान रूपाराम सारण, पूर्व प्रधान कुंभाराम सेंवर, भलाराम सांई, सिमरथाराम जाखड़ सहित कई सरपंच, पूर्व सरपंच, जनप्रतिनिधि और समाज के मुखिया उपस्थित थे.