बाड़मेर. बाल श्रम की रोकथाम और गुमशुदा बच्चों की तलाश को लेकर 6 जून से प्रारंभ हुई ऑपरेशन खुशी के तीसरे चरण को लेकर पुलिस और प्रशासन अलर्ट नजर आया. ऑपरेशन को सफल बनाने और बालकों को समाज की मुख्यधारा में शामिल कराने को लेकर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई.
बैठक के दौरान एडीएम ने पुलिस अधिकारियों को गुमशुदा बच्चों की तलाश करने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने जिले भर में चाय की दुकानों और घरों में काम कर रहे बच्चों को बाल से मुक्त करवाने की सख्त हिदायत दी. पढ़ने की उम्र में काम करने वाले बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाने को लेकर एडीएम राकेश शर्मा ने बाल कल्याण समिति के सदस्यों से सहयोग की अपील की.
दरअसल गुमशुदा नाबालिग बच्चों की तलाश बाल श्रम की रोकथाम तथा बाल श्रमिकों को मुक्त करवाकर समाज को उनकी स्थापना को लेकर राज्य सरकार की ओर से विशेष अभियान ऑपरेशन खुशी तृतीय चरण में चलाया जा रहा है. अभियान अगले 1 महीने तक चलेगा. इस अभियान को लेकर कलक्ट्रेट में अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में पुलिस के अधिकारियों के साथ ही बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने भाग लिया. बैठक के दौरान ऑपरेशन खुशी के उद्देश्य और पिछले 5 दिनों में किए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई.