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बाड़मेर दुखान्तिका : इस युवक ने तोड़ी थी जनरेटर की केबल, वरना बढ़ सकती थी मृतकों की संख्या

बाड़मेर के बालोतरा इलाके के जसोल गांव में रविवार को दर्दनाक हादसा हुआ था. हादसे के दौरान 14 लोगों की मौत और करीब 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे. वहां मौजूद एक युवक ने जब घटना को बयां किया.

बाड़मेर के जसोल हादसे में अक्षय जैन ने तोड़ी थी जनरेटर की केबल
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Published : Jun 24, 2019, 5:42 PM IST

बाड़मेर/जोधपुर. अक्सर ऐसा देखा और सुना जाता है की जब कोई हादसा होता है तो घटना स्थल पर कुछ ऐसे भी लोग होते हैं. जो घायल हो रहे लोगों को बचाने के लिए पूरी जी जान लगा देते हैं. इतना ही नहीं वो अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना ही जान पर खेल जाते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ था जसोल हादसे के समय. जब ईटीवी भारत ने उस युवा से बात की.

जसोल निवासी अक्षय जैन अपनी बाइक से घटनास्थल के सामने से जा रहे था. तभी उसने देखा कि पंडाल पूरा हवा में ऊपर लहरा रहा है. ऐसे में वे तुरंत रुक गए और अंदर घुसा. उसने बताया कि कुछ ही क्षण में ही पूरा पंडाल नीचे गिर गया और उसके अंदर कुछ लोग दब चुके थे. अक्षय ने पहले सामने दिख रहे व्यक्ति को बचाने के लिए हाथ बढ़ाया. ऐसे में जो भी व्यक्ति उसको हाथ लगाया, उसे करंट का झटका लगा.

बाड़मेर के जसोल हादसे में अक्षय जैन ने तोड़ी थी जनरेटर की केबल

अक्षय ने बताया कि उस व्यक्ति के मुंह से खून निकल रहा था. करंट का झटका लगा तो उन्हें एहसास हुआ कि यहां बिजली की आपूर्ति चालू है. नजर दौड़ाई तो सामने जनरेटर दिखा. तुरंत जनरेटर की केबल को जोर से खींचा और उसको तोड़ दिया. इस दौरान करंट उनको भी लग जाता. लेकिन उसने अपनी परवाह नहीं की और केबल तोड़ दी. इसी दौरान उनका सहयोग किया कांस्टेबल दौलत राम ने. दोनों ने केबल तोड़ा और पंडाल की ओर गए. लेकिन तब तक अंदर लोग करंट से मर चुके थे.

उन्होंने कहा कि ज्यादातर मौतें करंट की वजह से हुई हैं. क्योंकि लोग अपनी जगह से हिल नहीं सके और करंट ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया. पंडाल गीला हो चुका था. अगर अक्षय और उसके साथी मौके पर नहीं होते तो शायद हादसा और बड़ा हो जाता. मृतकों की संख्या बढ़ सकती थी. क्योंकि करंट जिस गति से अंदर फैल रहा था. लोग उसकी चपेट में आते जा रहे थे. अगर कुछ ही देर और करंट रह जाता थो शायद मौत का आंकड़ा बढ़ सकता था.

बाड़मेर/जोधपुर. अक्सर ऐसा देखा और सुना जाता है की जब कोई हादसा होता है तो घटना स्थल पर कुछ ऐसे भी लोग होते हैं. जो घायल हो रहे लोगों को बचाने के लिए पूरी जी जान लगा देते हैं. इतना ही नहीं वो अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना ही जान पर खेल जाते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ था जसोल हादसे के समय. जब ईटीवी भारत ने उस युवा से बात की.

जसोल निवासी अक्षय जैन अपनी बाइक से घटनास्थल के सामने से जा रहे था. तभी उसने देखा कि पंडाल पूरा हवा में ऊपर लहरा रहा है. ऐसे में वे तुरंत रुक गए और अंदर घुसा. उसने बताया कि कुछ ही क्षण में ही पूरा पंडाल नीचे गिर गया और उसके अंदर कुछ लोग दब चुके थे. अक्षय ने पहले सामने दिख रहे व्यक्ति को बचाने के लिए हाथ बढ़ाया. ऐसे में जो भी व्यक्ति उसको हाथ लगाया, उसे करंट का झटका लगा.

बाड़मेर के जसोल हादसे में अक्षय जैन ने तोड़ी थी जनरेटर की केबल

अक्षय ने बताया कि उस व्यक्ति के मुंह से खून निकल रहा था. करंट का झटका लगा तो उन्हें एहसास हुआ कि यहां बिजली की आपूर्ति चालू है. नजर दौड़ाई तो सामने जनरेटर दिखा. तुरंत जनरेटर की केबल को जोर से खींचा और उसको तोड़ दिया. इस दौरान करंट उनको भी लग जाता. लेकिन उसने अपनी परवाह नहीं की और केबल तोड़ दी. इसी दौरान उनका सहयोग किया कांस्टेबल दौलत राम ने. दोनों ने केबल तोड़ा और पंडाल की ओर गए. लेकिन तब तक अंदर लोग करंट से मर चुके थे.

उन्होंने कहा कि ज्यादातर मौतें करंट की वजह से हुई हैं. क्योंकि लोग अपनी जगह से हिल नहीं सके और करंट ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया. पंडाल गीला हो चुका था. अगर अक्षय और उसके साथी मौके पर नहीं होते तो शायद हादसा और बड़ा हो जाता. मृतकों की संख्या बढ़ सकती थी. क्योंकि करंट जिस गति से अंदर फैल रहा था. लोग उसकी चपेट में आते जा रहे थे. अगर कुछ ही देर और करंट रह जाता थो शायद मौत का आंकड़ा बढ़ सकता था.

Intro:जोधपुर। कहते हैं हर हादसे के समय कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो बचाने के लिए जी जान लुटा देते हैं अपनी जान पर भी खेल जाते हैं जसोल हादसे में भी कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने अपनी जान की परवाह नहीं की और लोगों को बचाने के लिए वहां पहुंच गए इनमें से एक है जसोल निवासी अक्षय जैन अक्षय जैन अपनी बाइक से घटनास्थल के सामने से निकल रहे थे तभी उन्होंने देखा कि पांडाल पूरा हवा में ऊपर लहरा रहा है कुछ फिट पर तो तुरंत रोके और अंदर घुसे अक्षय के मुताबिक कुछ क्षण में ही पंडाल के पास पहुंचने ऊपर से गिर चुका था अंदर दब चुके थे उन्होंने पहले सामने दिख रहे व्यक्ति को बचाने के लिए हाथ बढ़ाया और जो इस व्यक्ति के हाथ लगाया तूने करंट का झटका लगा ।


Body:अक्षय के मुताबिक उस व्यक्ति के मुंह से खून निकल रहा था करंट का झटका लगा तो उन्हें एहसास हुआ कि यहां बिजली की आपूर्ति चालू है नजर दौड़ाई तो सामने जनरेटर दिखा तुरंत लफ्जों जनरेटर की केबल को जोर से खींचा और उसको तोड़ दिया इस दौरान करंट उनको भी लगता था लेकिन उन्होंने अपनी परवाह नहीं की और केवल थोड़ी उनके साथ सहयोग दिया कॉस्टेबल दौलत राम ने दोनों केबल थोड़ी और डॉन्की ओर लपके लेकिन तब तक अंदर लोग करंट से मर चुके थे अक्षय का कहना है कि ज्यादातर मौतें करंट की वजह से हुई है क्योंकि लोग अपनी जगह से हिल नहीं सके और करण ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया क्योंकि पंडाल गिला हो चुका था। अगर अक्षय और उसके साथी मौके पर नहीं होते तो शायद हादसा और बड़ा हो जाता मृतकों की संख्या बढ़ सकती थी क्योंकि करंट जिस गति से अंदर फैल रहा था लोग उसकी चपेट में आते जा रहे थे अगर दो 5 मिनट भी करंट ज्यादा फैलता तो यह आंकड़ा बढ़ जाता।


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