बाड़मेर. सरहदी जिले बाड़मेर में पाकिस्तान से आ रही टिड्डियां आफत बन गई हैं. इस बीच लगातार टिड्डियों का प्रवेश जिले में जारी है, जिससे किसानों की चिंता लगातार बढ़ती ही जा रही है. वहीं, गांवों में हमले के बाद टिड्डियों का झुंड अब शहर के कई इलाकों में पहुंचना लगा है. आसपास वाले गांव के खेतों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही शहर में भारी वनस्पति को भी टिड्डियों ने अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है.
सीमा पार से लगातार टिड्डियों के हमले का दौर जारी है. गुरुवार को बाड़मेर शहर के अंदर भारी तादाद में टिड्डी दल ने हमला कर दिया. इस बार तो टिड्डी ने हद ही कर दी, शहर के बीचों-बीच टिड्डियों को देख हर किसी के होश उड़ गए.
पढ़ें- छात्रों ने मास्क लगाकर दी परीक्षा, रखा सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल
आलम यह है कि सरकार की ओर से किए गए सारे इंतजाम अब फेल होते नजर आ रहे हैं. एक के बाद एक टिड्डियों का दल आता जा रहा है, जिससे जिले के किसान अब चिंतित नजर आ रहे हैं. वहीं, अब टिड्डियों ने शहर में दस्तक देने के साथ अब वनस्पतियों को भी नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है.
लोगों का कहना है कि लॉकडाउन में समय का उपयोग करते हुए हमने घरों में लगी नर्सरी को विकसित करने में मेहनत की और आज नर्सरी बगीचों में तब्दील हो गई है. हमने ऐसा टिड्डी दल 1961-62 में देखा था. पड़ोसी देशों से टिड्डी के बड़े-बड़े दल आ रहे हैं, लेकिन सरकार टिड्डियों को नियंत्रित करने में विफल नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों में पांचवीं बार इतने बड़े टिड्डियों का हमला हुआ. इसके चलते ढाई महीने की मेहनत पर पानी फिर गई है.
गौरतलब है कि केंद्र एवं राज्य सरकार आधुनिक ड्रोन और ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रे से नियंत्रण करने का प्रयास कर रहे है. लेकिन वे टिड्डियों को नियंत्रित करने में असफल नजर आ रहे हैं, जिसके चलते लगातार टिड्डी दल प्रवेश कर रहे हैं. अगर समय रहते इन्हें नियंत्रण नहीं किया गया तो किसानों की हालत काफी खराब हो जाएगी.