बाड़मेर. राजस्थान सहित पूरे देश में लगातार महिला उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं. खासतौर से दुष्कर्म की घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. दुष्कर्मियों को फांसी देने की मांग को लेकर सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर राष्ट्रपति अवार्ड सम्मानित रूमा देवी सहित दर्जनों बालिकाओं ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया. दुष्कर्म करने वाले अपराधियों को तत्काल प्रभाव से फांसी देने की मांग की.
बाड़मेर जिला मुख्यालय के गांधी चौक में दर्जनों बालिकाओं समेत राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित रूमा देवी ने रेप रोको रैली निकालकर सरकार से यह मांग की कि बढ़ती बलात्कार की घटनाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाएं. साथ ही दुष्कर्म के अपराधियों को तत्काल प्रभाव से फांसी देने के कानून में प्रावधान किया जाएं. रैली गांधी चौक से शुरू होकर अहिंसा सर्किल, विवेकानंद सर्किल होती हुई जिला मुख्यालय पहुंची. जहां पर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया.
प्रदर्शनकारी बालिकाओं ने कहा कि घटना होने के बाद सरकार पीड़ित परिवार को लाखों रुपये देने के साथ ही प्रदेश में कड़े कानून बनाए, ताकि इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके. साथ ही ऐसे अपराधियों को सरेआम बीच चौराहे पर फांसी की सजा देने जैसे कड़े कानून लागू करने करे.
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इस दौरान प्रवीण सिंह मिठड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में कोविड-19 को नियंत्रण करने में अब तक सफल रहा है, जिसके लिए गहलोत सरकार साधुवाद के पात्र हैं, लेकिन देशभर में हो रहे महिला अत्याचारों के मामले में राजस्थान भी अब पीछे नहीं रहा है. प्रदेश में दर्जनों जगहों पर महिलाओं के साथ बलात्कार छेड़छाड़ की घटनाओं से प्रदेश के सम्मान को ठेस पहुंची है. राज्य की बेटियों ने देश विदेश में राज्य का नाम रोशन किया है, परंतु वर्तमान में राज्य की बेटियों अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि सीमावर्ती जिले में भी गैंगरेप की घटना ने सब को झकझोर कर रख दिया है. इसलिए हम गहलोत सरकार से मांग करते हैं कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को मजबूत करते हुए राज्य की बहन बेटियों को सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए जाएं. साथ ही ऐसी वारदातों को अंजाम देने वाले दोषियों को कठोर से कठोर सजा दी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति प्रदेश में ना हो.