बाड़मेर: जिले में गहलोत सरकार ने टिड्डियों की वजह से हुए खराबी को लेकर गिरदावरी कर किसानों को राहत देने की बात कही थी, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पीड़ित किसानों को आज भी मुआवजा नहीं मिला है. जिसके बाद किसान आज भी कलेक्ट्रेट कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं. इसी के तहत बाड़मेर जिले के धोरीमना क्षेत्र के भारते की बेरी किसानों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. जिसके बाद टिड्डी हमले से प्रभावित वास्तविक किसानों को मुआवजा दिलवाने की मांग की गई है.
साथ ही उन्होंने कहा है कि क्षेत्र के पटवारी के साथ मिली भगत करके गलत गिरदावरी रिपोर्ट बनाकर अयोग्य लोगों को इसका फायदा दिया जा रहा है. जबकि वास्तविक गांव के 100 से अधिक ग्रामीणों को आज भी टिड्डी हमले प्रभावित किसानों को मुआवजा नहीं मिला है. ज्ञापन देने आए ग्रामीणों ने बताया कि धोरीमना क्षेत्र के भारते की बेरी गांव के पटवारी द्वारा अयोग्य लोगों को मिलीभगत करके गलत गिरदावरी रिपोर्ट बनाकर उन्हें मुआवजा दिलवाया जा रहा है. जिसको लेकर उन्होंने कई बार जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर से शिकायत भी की है. जहां से सिर्फ उन्हें जांच करने का आश्वासन मिलता है, लेकिन आज भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली है.
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गौरतलब है कि टिड्डी हमले के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाड़मेर जिले के प्रभावित क्षेत्रों में दौरा कर किसानों को जल्द गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिलवाने की बात कही थी, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही की वजह से वास्तविक प्रभावित किसानों को आज भी टिड्डी हमले में हुए फसल खराबे का मुआवजा नहीं मिला है. जिसकी वजह से किसान जिला मुख्यालय पहुंचकर जिला कलेक्टर से सही गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिलवाने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें सिर्फ और सिर्फ जांच के आश्वासन मिल रहे हैं.