बाड़मेर. राजस्थान का रेगिस्तान जो किसी जमाने में बेटी मारने के लिए या बेटी रखने के लिए पाप माना जाता था, जहां पर बेटियों के पैदा होते ही मार दिया जाता था. वह रेगिस्तान और वहां के लोग अब दिन-प्रतिदिन बदलते जा रहे हैं.
इसी कड़ी में सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर 20 बेटियों ने शहर में सामाजिक सरोकार के साथ ही बढ़ती हुई आत्महत्याओं की घटनाओं को रोकने के लिए एक शपथ ली. जिसके तहत एक क्लब बनाया गया है. इस क्लब में यह बेटियां आने वाले दिनों में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के साथ ही बाड़मेर में बढ़ती हुई आत्महत्याओं की घटनाओं को रोकने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम चलाए जाएंगे.
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आपको बता दें कि जिले में सबसे पहले बेटियों ने इस क्लब की शुरुआत 20 सदस्यों से शुरु की है और बढ़ते दिनों के साथ यह आंकड़ा जल्द ही सैकड़ों पार करता नजर आएगा. वहीं सभी के चेहरो पर कुछ कर दिखाने का जुनून नजर आ रहा है.