सिवाना (बाड़मेर). जिले के सिवाना उपखंड में एक दलित युवक को एक विशेष सरनेम लगाना भारी पड़ गया. विशेष सरनेम लगाने के बाद गांव के कुछ लोगों ने दलित युवक के साथ मारपीट की. मामले को लेकर काखीं प्रकरण संघर्ष समिति ने डाक बंगले से रैली निकालकर उपखंड अधिकारी कार्यालय कुसुमलता चौहान को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में बताया कि सिवाना क्षेत्र का एक दलित युवक ने अपने नाम के साथ एक सरनेम लगा दी और उसको सोशल मीडिया पर प्रोफाइल फोटो के रूप में लिख दिया. इसके बाद गांव के कुछ लोगों ने इसपर एतराज जताेत हुए युवक को जान से मारने की धमकी दी. पीड़ित युवक ने बताया कि उसके द्वारा डीपी नहीं हटाए जाने पर जाति विशेष के लोगों ने उसके खेत पर आकर मारपीट की.
पढ़ें- मारपीट कर शख्स की हत्या मामले में पिता-पुत्र को आजीवन कारावास, 20-20 हजार जुर्माना
वहीं, काखीं प्रकरण संघर्ष समिति के संयोजक नारायण तंवर ने बताया कि प्रदेश में दलितों के ऊपर अत्याचार की घटना लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि दलित युवक के साथ जो मारपीट की गई है, वह सरासर गलत है. संघर्ष समिति के लोगों ने सरकार से संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए सिवाना क्षेत्र में विशेष सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की.
पॉक्सो एक्ट में है मामला दर्ज
दलित युवक के साथ मारपीट और उसकी बहन के साथ हुई घटना को लेकर करीब 20 दिन पहले थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाया गया था. घटना की जांच पुलिस उप अधीक्षक बालोतरा कर रहे हैं. वहीं, पीड़ित युवक का कहना है कि पुलिस जांच के बावजूद आरोपी उसे मुकदमा वापस लेने की धमकियां दे रहे हैं.
एसडीएम ने न्याय का दिया भरोसा
काखीं प्रकरण संघर्ष समिति उपखंड की ओर से दलित युवक के साथ हुई घटना को लेकर ज्ञापन देने पर एसडीएम कुसुमलता चौहान ने न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है. साथ ही कहा है कि एक सप्ताह के अंदर मामले में निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी.