बाड़मेर. राजस्थान के बाड़मेर जिला मुख्यालय पर आवारा गोवंश का आतंक इस कदर है कि बड़े बुजुर्ग घर से बाहर नहीं निकल सकते हैं क्योंकि हर जगह आवारा गोवंश नजर आएगा. जिसमें सरकार के साथ ही समाजसेवियों का सहयोग लिया जा रहा है.
इस आवारा गोवंश को लेकर बाड़मेर शहर में पिछले कई सालों से लगातार सरकार और प्रशासन से यहां के लोग यह मांग कर रहे थे कि आवारा पशुओं से बाड़मेर शहर को मुक्त करवाया जाए. लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था. आखिरकार बाड़मेर कांग्रेस के विधायक मेवाराम जैन ने आवारा गोवंश को बचाने के लिए अनूठी पहल करते हुए नंदी गौशाला का निर्माण करवाया जा रहा है. जिसमें सरकार के साथ ही समाजसेवियों का सहयोग लिया जा रहा है.
विधायक मेवाराम जैन ने महज 1 दिन में 2 करोड रुपए दिए. विधायक मेवाराम जैन का कहना है कि जिस तरीके से बाड़मेर में बड़े बुजुर्गों को तकलीफ होती थी. कई लोग आवारा पशुओं के चलते अपनी जान गवां चुके हैं तो कई घायल हो चुके हैं. ऐसे में इन सब चीजों से छुटकारा पाने के लिए बाड़मेर से 4 किलोमीटर दूर स्थित गौशाला का निर्माण करवाया जा रहा है. इसका निर्माण सरकार कंपनियों और समाजसेवियों के सहयोग से किया जा रहा है. इस गौशाला को नगर परिषद चलाएगा, लेकिन समाजसेवी फाइनेंशली इसका सपोर्ट करते रहेंगे.
पुरुषोत्तम खत्री का कहना है कि जिस तरीके से लोग कई गौशालाओं से जुड़े हुए हैं, लेकिन गौशाला में नंदी को कोई भी रखने के लिए तैयार नहीं होता है. ऐसे में बाड़मेर के कांग्रेस के विधायक मेवाराम जैन ने जो कदम उठाया है, वह यकीनन काबिले तारीफ है. इसीलिए समाजसेवी सभी लोग बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन को सहयोग करने के लिए तैयार है और 1 दिन में ₹2 करोड़ रुपए जुटा दिए. आगे भी लोग करीब 10 करोड़ रुपए इस गौशाला के लिए जुटाने वाले हैं. साथ ही इस गोशाला में 2 से ढाई हजार पशु रह सकते उसके लिए व्यवस्था की जा रही है.