ETV Bharat / state

बाड़मेर : कांगों मरीज के घर पहुंचे CMHO, इलाके के लोगों को दी बीमारी की जानकारी - कांगों बुखार की खबरें

बाड़मेर के सिवाना कस्बे में कांगों फीवर का मरीज सामने आया है, जिसके बाद चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया. बाड़मेर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी मरीज के घर पहुंचे और मामले की जानकारी ली और आस-पड़ोस के लोगों को इस बीमारी की जानकारी दी.

siwana barmer news , siwana news, barmer news, CMHO barmer, Congo fever news rajasthan, कांगों बुखार की खबरें
author img

By

Published : Oct 7, 2019, 11:44 PM IST

सिवाना (बाड़मेर). जिले के सिवाना इलाके में कांगो फीवर के दस्तक देने से चिकित्सा विभाग व पशुपालन विभाग सक्रिय हो गया है. वहीं सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी मरीज के घर पहुंचे.

दरअसल, भागवा गांव निवासी रुकमा देवी पत्नी तेजाराम देवासी को तेज बुखार आने पर जोधपुर के AIIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं मरीज रुकमा देवी की जांच रिपोर्ट में कांगो फीवर पॉजिटिव पाया गया. कांगो फीवर का मरीज मिलने के मामले को गंभीरता से लेते हुए बाड़मेर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी मय मेडिकल टीम मरीज के घर पहुंचे. साथ ही परिवार वालों से बीमारी को लेकर विस्तृत जानकारी दी.

कांगों मरीज के घर पहुंचे CMHO

पढ़ें: वर्दी का रौबः महिला ने टोल मांगने पर टोल प्लाजा में की तोड़फोड़...बोली- मैं हेड कांस्टेबल की पत्नी हूं...VIDEO

वहीं CMHO डॉक्टर कमलेश चौधरी ने मरीज के घर व आस-पास के लोगों को एकत्रित कर कांगो विषाणु (वायरस) और कांगो फीवर की सम्पूर्ण जानकारी दी. वहीं बताया कि इस बीमारी के प्रति जागरूक रहे, डरे नहीं. यह बीमारी जानवरों से फैलती है. कांगो फीवर के लक्षण जैसे बुखार, सिरदर्द, जोड़ो में दर्द, पीठ में दर्द , नाक या शरीर के अन्य छिद्रों से खुन बहना, तालू पर लाल दाने आदि होते है.

वहीं किसी को भी इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे तो नजदीकी सरकारी अस्पताल में डाक्टर को दिखाए. कांगो फीवर जानवरों के शरीर पर पाए जाने वाले जपसा (पिस्सू/चिचड़) आदि के काटने से फैलती है. जिसको लेकर डॉ चौधरी ने आमजन से अपील करते हुए कहा की जानवरों की देखभाल करने वाले व्यक्ति नंगे पैर से पशुओं के बाड़े में न जाए. साथ ही पशु पालन विभाग की सहायता से पशुओं पर और बाड़ों में कीटनाशक का छिड़काव कराए और खुद को चिचड़ से बचाए रखें.

पढ़ें: खुद पर लगे आरोपों पर सुमन शर्मा का पलटवार...कहा- 'सौ चूहे खा के बिल्ली चली हज को'

वहीं चिकित्सा विभाग की तरफ से खण्डप चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ नरेंद्रसिंह राजपुरोहित, आयुष डॉक्टर ललित सोमानी, नरेश जोशी बीपीएन, मलेरिया निरीक्षण मानाराम, मेल नर्स द्वितीय देवेंद्र जोशी, एमपीडब्ल्यू मोहनलाल, सुरेशदास, ए एनएम मनोहरी देवी और अनिता देवी ने भागवा पहुंच कर पॉजिटिव मरीज परिवार के सदस्यों सहित आस-पड़ोस के लोगों का मेडिकल चेकअप कर ब्लड़ का सेम्पल लिया.

गांव मे घरों का सर्वे करके कांगो फीवर की जानकारी और बीमारी के लक्षण की जानकारी दी गई. वहीं पशुपालन विभाग विभाग के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रतनलाल जीनगर की टीम ने भागवा पहुंचकर तेजाराम देवासी के घर और पशु बाड़े में सायपर मेथ्रीन का स्प्रे किया. वहीं गांव मे कांगो फीवर से आमजन को जागरूक करने के लिए पेम्पलेट बांटे गए. इस दौरान सीएमएचओ ने सीएचसी सिवाना और खण्ड सिवाना दोनों कार्यालयों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिलें कर्मचारियों को नोटिस दिया.

सिवाना (बाड़मेर). जिले के सिवाना इलाके में कांगो फीवर के दस्तक देने से चिकित्सा विभाग व पशुपालन विभाग सक्रिय हो गया है. वहीं सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी मरीज के घर पहुंचे.

दरअसल, भागवा गांव निवासी रुकमा देवी पत्नी तेजाराम देवासी को तेज बुखार आने पर जोधपुर के AIIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं मरीज रुकमा देवी की जांच रिपोर्ट में कांगो फीवर पॉजिटिव पाया गया. कांगो फीवर का मरीज मिलने के मामले को गंभीरता से लेते हुए बाड़मेर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी मय मेडिकल टीम मरीज के घर पहुंचे. साथ ही परिवार वालों से बीमारी को लेकर विस्तृत जानकारी दी.

कांगों मरीज के घर पहुंचे CMHO

पढ़ें: वर्दी का रौबः महिला ने टोल मांगने पर टोल प्लाजा में की तोड़फोड़...बोली- मैं हेड कांस्टेबल की पत्नी हूं...VIDEO

वहीं CMHO डॉक्टर कमलेश चौधरी ने मरीज के घर व आस-पास के लोगों को एकत्रित कर कांगो विषाणु (वायरस) और कांगो फीवर की सम्पूर्ण जानकारी दी. वहीं बताया कि इस बीमारी के प्रति जागरूक रहे, डरे नहीं. यह बीमारी जानवरों से फैलती है. कांगो फीवर के लक्षण जैसे बुखार, सिरदर्द, जोड़ो में दर्द, पीठ में दर्द , नाक या शरीर के अन्य छिद्रों से खुन बहना, तालू पर लाल दाने आदि होते है.

वहीं किसी को भी इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे तो नजदीकी सरकारी अस्पताल में डाक्टर को दिखाए. कांगो फीवर जानवरों के शरीर पर पाए जाने वाले जपसा (पिस्सू/चिचड़) आदि के काटने से फैलती है. जिसको लेकर डॉ चौधरी ने आमजन से अपील करते हुए कहा की जानवरों की देखभाल करने वाले व्यक्ति नंगे पैर से पशुओं के बाड़े में न जाए. साथ ही पशु पालन विभाग की सहायता से पशुओं पर और बाड़ों में कीटनाशक का छिड़काव कराए और खुद को चिचड़ से बचाए रखें.

पढ़ें: खुद पर लगे आरोपों पर सुमन शर्मा का पलटवार...कहा- 'सौ चूहे खा के बिल्ली चली हज को'

वहीं चिकित्सा विभाग की तरफ से खण्डप चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ नरेंद्रसिंह राजपुरोहित, आयुष डॉक्टर ललित सोमानी, नरेश जोशी बीपीएन, मलेरिया निरीक्षण मानाराम, मेल नर्स द्वितीय देवेंद्र जोशी, एमपीडब्ल्यू मोहनलाल, सुरेशदास, ए एनएम मनोहरी देवी और अनिता देवी ने भागवा पहुंच कर पॉजिटिव मरीज परिवार के सदस्यों सहित आस-पड़ोस के लोगों का मेडिकल चेकअप कर ब्लड़ का सेम्पल लिया.

गांव मे घरों का सर्वे करके कांगो फीवर की जानकारी और बीमारी के लक्षण की जानकारी दी गई. वहीं पशुपालन विभाग विभाग के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रतनलाल जीनगर की टीम ने भागवा पहुंचकर तेजाराम देवासी के घर और पशु बाड़े में सायपर मेथ्रीन का स्प्रे किया. वहीं गांव मे कांगो फीवर से आमजन को जागरूक करने के लिए पेम्पलेट बांटे गए. इस दौरान सीएमएचओ ने सीएचसी सिवाना और खण्ड सिवाना दोनों कार्यालयों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिलें कर्मचारियों को नोटिस दिया.

Intro:


rj_bmr_kango_fivar_avb_rjc10098

कांगो मरीज के घर पहुंचे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, कांगो फीवर प्रभावित गाँव भागवा का किया निरिक्षण।



कांगो फीवर प्रभावित गाँव भागवा का किया निरिक्षण :- डॉ चौधरी



सिवाना क्षेत्र में कांगो फीवर के दस्तक देने से चिकित्सा विभाग व पशुपालन विभाग सक्रिय हो गया है, वहीं आज बाड़मेर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी मरीज के घर पहुंचे। भागवा गांव निवासी रुकमा देवी पत्नी तेजाराम देवासी को तेज बुखार आने पर जोधपुर के AIIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वही मरीज रुकमा देवी की जांच रिपोर्ट में कांगो फीवर पॉजिटिव पाया गया। कांगो फीवर का मरीज मिलने के मामले को गंभीरता से लेते हुए बाड़मेर जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कमलेश चौधरी मय मेडिकल टीम मरीज के घर पहुंचे साथ ही परिवार वालों से बीमारी को लेकर विस्तृत जानकारी दी।


Body:
वही CMHO डॉक्टर कमलेश चौधरी ने मरीज के घर व आस-पास के लोगो को एकत्रित कर कांगो विषाणु (वायरस) व कांगो फीवर की सम्पूर्ण जानकारी दी। वही बताया की इस बीमारी के प्रति जागरूक रहे, डरे नहीं यह बीमारी जानवरों से फैलती है व कांगो फीवर के लक्षण जैसे बुखार , सिरदर्द, जोड़ो में दर्द, पीठ में दर्द , नाक या शरीर के अन्य छिद्रों से खुन बहना , तालू पर लाल दाने आदि होते है।

वही किसी को भी इस प्रकार के लक्षण दिखाई दे तो नजदीकी सरकारी अस्पताल में डाक्टर को दिखाए कांगो फीवर जानवरों गाय ,भैंस ,बकरी ,भेड़ आदि के शरीर पर पाए जाने वाले जपसा (पिस्सू/चिचड़) आदि के काटने से फैलती है। जिसको लेकर डॉ चौधरी ने आमजन से अपील करते हुए कहा की जानवरों की देखभाल करने वाले व्यक्ति नंगे पैर से पशुओ के बाड़े में न जाए, साथ ही| पशु पालन विभाग की सहायता से पशुओ पर व बाड़ों में कीटनाशक का छिडकाव करावे व खुद को चिचड़ से बचाए रखे।



वही चिकित्सा विभाग की तरफ से खण्डप चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ नरेंद्रसिंह राजपुरोहित, आयुष डॉक्टर ललित सोमानी, नरेश जोशी बीपीएन ,मलेरिया निरीक्षण मानाराम, मेल नर्स द्वितीय देवेंद्र जोशी, एमपीडब्ल्यू मोहनलाल, सुरेशदास, ए एनएम मनोहरी देवी व अनिता देवी ने भागवा पहुंच कर पॉजिटिव मरीज परिवार के सदस्यों सहित आसपड़ोस के लोगो का मेडिकल चेकअप कर ब्लड़ का सेम्पल लिया। गांव मे घरों का सर्वे करके कांगो फीवर की जानकारी एंव बीमारी के लक्षण की जानकारी दी गई।

वही पशुपालन विभाग विभाग के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रतनलाल जीनगर की टीम ने भागवा पहुंचकर तेजाराम देवासी के घर व पशु बाड़े में सायपर मेथ्रीन का स्प्रे किया। वही गांव मे कांगो फीवर से आमजन को जागरूक करने के लिए पेम्पलेट बांटे गए। इस दौरान सीएमएचओ ने सीएचसी सिवाना व खण्ड सिवाना दोनों कार्यालयों का निरिक्षण किया , निरिक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले कर्मचारीयों को नोटिस दिया।



ईटीवी भारत के लिए सिवाना से कमरुद्दीन खान की रिपोर्ट


बाइट: डॉक्टर कमलेश चौधरी, CMHO बाड़मेर



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.