बालोतरा (बाड़मेर). औद्योगिक क्षेत्र बालोतरा की कई गलियों में पसरा पड़ा फैक्ट्रियों का रासायनिक पानी राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. सड़कों पर प्रदूषित पानी का भराव, बड़ी समस्या बनी हुई है. औद्योगिक इकाइयों से निस्तारित प्रदूषित पानी को सीईटीपी प्लांट तक पहुंचाने के लिए रीको ने एनजीटी की फटकार के बाद पाइप लाइन बिछाई थी. वहीं इसी पाइप लाइन से सीईटीपी से जुड़ी इकाइयों के कनेक्शन जोड़े थे.
बता दें कि इन इकाइयों से निस्तारित प्रदूषित पानी को सीईटीपी प्लांट तक पहुंचाया जाता है. पाइप लाइन की नियमित सफाई के अभाव में लाइन कई बार चॉक हो जाती है. जिससे पाइप लाइन ओवर फ्लो होकर पानी सड़कों पर पसर जाता है. इस प्रदूषित पानी की समस्या का समाधान नहीं होने से लोगों को परेशानी होती है. वहीं ज्यादा कमाई के लालच में रात-दिन अंधाधुंध काम करने वाले कुछ फैक्ट्री संचालक अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे है.
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कुछे एक गलियां तो ऐसी हैं, जहां लगातार प्रदूषित पानी के भराव और भारी मात्रा में कीचड़ बन गया है. ऐसे में मजदूर और आस-पास की फैक्ट्री संचालकों को काफी घूमकर आना-जाना पड़ रहा है. हालांकि इन पर सख्ती बरतते हुए कारगर कदम उठाने में सक्षम राजस्थान राज्य प्रदूषण मंडल के स्थानीय अधिकारी सबकुछ जानते हुए मौन साधे हुए है. जबकि एनजीटी ने कई बार जुर्माना भी लगाया है लेकिन सीईटीपी ट्रस्ट अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रहा है.
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इधर, प्रदूषण निवारण और पर्यावरण संरक्षण समिति ने औद्योगिक क्षेत्र में सड़कों पर खुले में रासायनिक प्रदूषित पानी डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. औद्योगिक क्षेत्र में टेक्सटाइल इकाइयों से चोरी छुपे प्रदूषित पानी खुले में डाले जाने से क्षेत्र में गंदगी फैल रही है और बीमारियां फैलने की आशंका भी बनी हुई है. लेकिन इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे है.