बाड़मेर. बुधवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर अधिवक्ता संघ बाड़मेर ने अधिवक्ताओं की आम सभा आयोजन कर न्यायिक मजिस्ट्रेट बाड़मेर के पीठासीन अधिकारी सिद्धार्थ शंकर शर्मा के अधिवक्ताओं के प्रति व्यवहार को देखते हुए निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए न्यायालय और अतिरिक्त मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट संख्या दो बाड़मेर के न्यायालयों का एक दिवसीय सांकेतिक कार्य बहिष्कार किया गया.
वरिष्ठ अधिवक्ता और अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष करनाराम चौधरी ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन बहुत देरी से हो रहा है, क्योंकि यह प्रारंभ में होना चाहिए था. वहीं, न्यायिक मजिस्ट्रेट बाड़मेर के पीठासीन अधिकारी सिद्धार्थ शंकर शर्मा की बाड़मेर में पोस्टिंग होने के बाद से ही विवादों के घेरे में रहे.
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इसके अलावा हमेशा किसी पक्षकार, गवाह ,पुलिस के साथ और कोर्ट मे डॉक्टर आए तो उनके साथ और वकीलों के साथ हमेशा से ही ऐसा व्यवहार रहता है जो व्यवहार कल की तारीख में चरम सीमा पर पहुंच गया था. जिसकी वजह से बुधवार को अधिवक्ता संघ बाड़मेर की ओर से यह विरोध प्रदर्शन किया गया है.
इससे पूर्व अधिवक्ता संघ की आम बैठक का आयोजन कर न्यायिक मजिस्ट्रेट बाड़मेर के पीठासीन अधिकारी सिद्धार्थ शंकर के अधिवक्ताओं के प्रति व्यवहार को देखते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया गया. साथ ही न्यायालय और अतिरिक्त चार्ज के न्यायालय अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या दो बाड़मेर के न्यायालयों का एक दिवसीय सांकेतिक कार्य बहिष्कार किया गया.