बाड़मेर. जिले के रहने वाले परिवादी रामस्वरूप की शिकायत पर पांच आरोपियों को दबोचा गया था. बुधवार को गिरफ्तारी के बाद इन्हें आज अदालत में पेश किया गया (Barmer Sextortion Case). जहां से इन्हें पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया. शिकायतकर्ता ने मंगलवार को कोतवाली थाने में एक रिपोर्ट दाखिल की थी. जिसमें उसने कहा था कि वो सेक्सटॉर्शन का शिकार है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर गोपनीय तरीके से पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया था. जिसके बाद अलग-अलग जगहों से दो महिलाओं समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश कर 4 दिसम्बर तक रिमांड पर लिया है. कोतवाली थानाधिकारी गंगाराम खावा ने बताया कि बाड़मेर निवासी रामस्वरूप ने मामला दर्ज करवाकर पुलिस को बताया था कि कुछ लोग है जिन्होंने सेक्सटॉर्शन किया (Rajasthan Sextortion Case).
पुलिस बोली आरोपियों ने ऐंठे 50 लाख- खावा के मुताबिक रामस्वरूप ने खुद को बचाने के लिए 50 लाख रुपए आरोपियों को दिए थे. पैसे ऐंठने के बाद भी ब्लैकमेलर्स शांत नहीं हुए और ज्यादा रकम की डिमांड करने लगे. परिवादी ने बताया था कि उसकी कोई अश्लील सीडी के आधार पर ब्लैकमेलिंग की जा रही थी. आखिरकार तंग आकर उसने मुकदमा दर्ज करवाया. जांच के बाद दो महिलाओं समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
अश्लील वीडियो बनाकर फंसाते थे शिकार- पड़ताल में पता चला है कि ये आरोपी अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहे थे. पुलिस की चार पांच टीमें गठित कर इन आरोपियों को बाड़मेर ओर जोधपुर से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इस मामले में ज्यादा कुछ जानकारी नहीं देते हुए सिर्फ सेक्सटॉर्शन के मामले में 5 आरोपियों के गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की है.
मामला हाईप्रोफाइल है. एक जनप्रतिनिधि का नाम भी पीड़ितों की सूची में शामिल बताया गया. शायद यही वजह है कि जोधपुर रेंज आईजी पी. राम खुद बाड़मेर में डेरा डाले बैठे रहे. इसके अलावा बाड़मेर के एसपी दीपक भार्गव आरोपियों को पकड़े जाने से दो दिन पहले ही जोधपुर गए और इसके बाद मंगलवार को जोधपुर के लूणी थाना क्षेत्र के फिंच गांव में कार्रवाई कर एक मास्टर माइंड को पुलिस ने उठाया.