समदड़ी(बाड़मेर). 34वें नेत्रदान पखवाड़े के अंतर्गत लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करने को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. समदडी कस्बे में पटवार भवन के सामने रामदेव मंदिर के प्रांगण में आयोजित बालसभा के दौरान नेत्रदान को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई और यह बताया गया कि नेत्रदान करने के क्या लाभ है. इसके साथ ही छात्राओं को नेत्रदान करने की शपथ भी दिलाई गई.
25 अगस्त से 08 सितम्बर तक आयोजित हो रहे 34वें नेत्रदान पखवाड़े के दौरान लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करने को लेकर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. जिसके अंतर्गत शुक्रवार को कस्बे के राजकीय बालिका विद्यालय में कार्यक्रम को आयोजित किया गया.
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कार्यक्रम के दौरान राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ शिव मंगल नागल ने बताया कि एक आदमी के नेत्रदान करने से दो लोगों को रोशनी दी जा सकती है, इसलिए हमें नेत्रदान करना चाहिए. जिससे हमारी मृत्यु के बाद हमारे द्वारा किए गए नेत्रदान से दूसरों के जीवन में रोशनी आ सके.
वहीं इस मौके पर नेत्र चिकित्सा सहायक मुकेश कुमार जैन ने नेत्रदान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि नेत्रदान दो वर्ष से 70 वर्ष के बीच में कभी भी किया जा सकता है. वहीं बताया की मृत्यु के पश्चात मृत व्यक्ति के कॉर्निया को 6 से 8 घण्टे के बीच में निकाला जाता है, नैत्र प्रत्यारोपित व्यक्ति की पहचान सार्वजनिक नही की जाती है. साथ ही कहा कि यह प्रकिया बिलकुल साधारण है, जिस व्यक्ति का जो कॉर्निया भाग खराब होता है, उस कॉर्निया भाग को नेत्रदान की गई आँख का कॉर्निया प्रत्यारोपित कर दिया जाता है.
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क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रत्येक दिन आंखों की जांच भी की जाती है. नेत्रदान को लेकर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. वहीं बालसभा और नेत्रदान पखवाड़े कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की छात्राओं के साथ अध्यापकगण सहित अभिभावक मौजूद रहे.