बाड़मेर. जिले के कोतवाली पुलिस ने 6 साल पहले बिछड़े एक बुजुर्ग को उसके परिवार से मिलवा दिया. पुलिस को व्यक्ति फटे-पुराने कपड़ों में यहां-वहां भटकता मिला था, जिस पर पुलिस ने उसे बुलाकर उससे नाम-पता पूछा. इसके बाद परिवार से संपर्क कर उन्हें बुलाया गया और शुक्रवार शाम को बुजुर्ग को सौंप दिया गया. बुजुर्ग को लेने आए परिजनों के खुशी के आंसू छलक पड़े. पुलिस के इस कदम की सराहना की जा रही है.
नए चप्पल-कपड़े दिलवाए : कोतवाली थाने के हेड कांस्टेबल पदमपुरी ने बताया कि 30 अप्रैल को शहर में एक बुजुर्ग व्यक्ति गंदे कपड़ों में खाने के लिए भटकता हुआ दिखाई दिया. इस पर थानाधिकारी समेत अन्य पुलिस स्टाफ की मौजूदगी में बुजुर्ग व्यक्ति को बुलाकर उसका नाम-पता पूछा गया. पुलिस स्टाफ ने बुजुर्ग व्यक्ति को नहलाया, उसे नए कपड़े और चप्पल पहनाए. पूछने पर व्यक्ति ने अपना नाम कमलसिंह पुत्र रामसेवक निवासी बाड़ीखार जिला अनूपपुर, मध्य प्रदेश बताया. इसके बाद उसके परिवार से सम्पर्क कर बुजुर्ग की पहचान करवाई गई.
बालोतरा पहुंच गया बुजुर्ग : बुजुर्ग के परिजनों ने बताया कि कमलसिंह पिछले 6 साल से लापता है. कई जिलों के थानों को कमलसिंह की फोटो भेजकर तलाश करने का प्रयास किया गया, लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद बुजुर्ग के परिजन उसे लेने के लिए बाड़मेर के लिए रवाना हो गए. इस बीच बुजुर्ग फिर से लापता हो गया. जब कोतवाली पुलिस ने बुजुर्ग की तलाश की तो पता चला कि वो बालोतरा चला गया है. थानाधिकारी ने इसकी सूचना बालोतरा थानाधिकारी उगमराज सोनी को दी. पुलिस टीम बुजुर्ग की तलाश कर उसे वापस बाड़मेर लेकर आए. यहां कमलसिंह को आश्रय स्थल में रखा गया. हेड कांस्टेबल पदमपुरी ने बताया कि शुक्रवार शाम को कमलसिंह को उनके परिजनों को सौंप दिया गया.
पूरा परिवार लेने पहुंचा : बुजुर्ग की पत्नी सुशीला ने बताया कि उसके पति कमलसिंह 6 साल बाद मिले हैं, जिससे उन्हें बहुत खुशी हो रही है. बेटियों को उनके पिता वापस मिल गए. सुशीला के अनुसार पति का मानसिक तौर पर विक्षिप्त था और 6 साल पहले अपने घर से निकल गया था. सुशीला ने सभी का आभार व्यक्त किया. बुजुर्ग को लेने के लिए पत्नी सुशिला, बेटी बिलपत, सुभासनी और दामाद दलवीर सिंह आए थे.