बाड़मेर. प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचारों ओर लड़-खडाई कानून व्यवस्था के साथ कॉलेज स्टूडेंट की आवाज को दबाने के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर सांकेतिक रूप से धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर जुबानी हमला बोला.
इसके बाद एबीवीपी के छात्र छात्राएं जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन देने पहुंचे. इस दौरान पुलिस और छात्र-छात्राओं के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. जिस पर छात्रों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने छात्रों से समझाइश कर मामले को शांत करवाया.
एबीवीपी के जिला संयोजक भोम सिंह सुंदरा ने बताया कि प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था के चलते लगातार आपराधिक घटनाओं और दुष्कर्म की घटनाओं में इजाफा हो रहा है. जिससे कानून व्यवस्था के साथ महिला सुरक्षा में गहलोत सरकार पूरी तरह विफल है. साथ ही विवि के विद्यार्थियों का राज्य सरकार पर आरोप है कि गहलोत सरकार महाविद्यालय में अपने हकों के लिए प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है जो लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के साथ खिलवाड़ है.
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प्रांत शहर छात्रा प्रमुख भारती माहेश्वरी ने बताया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान पुलिस और आरएसी बल ने छात्र छात्राओं के साथ धक्का-मुक्की की. वहीं छात्राओं के लिए कोई महिला पुलिसकर्मी भी यहां नजर नहीं आई इस बात को लेकर छात्रों में खासा आक्रोश है. इसके साथ ही एबीवीपी का गहलोत सरकार पर आरोप है कि कॉलेज में विद्यार्थियों को मिलने वाली छात्रवृत्ति बंद से विद्यार्थियों में राज्य सरकार के प्रति भयंकर रोष है.