अंता (बारां). जिले के अंता में दिल को झकझोर कर रख देने वाली एक मार्मिक तस्वीर सामने आई है. जिसमें एक महिला सड़क किनारे अपने 5 मासूम बच्चों के साथ बेसुध हालत में दिन भर पड़ी रही. बच्चे पास ही उसके उसके बूख से बिलखते रहे. गनीमत यह रही कि इस दौरान रोड के बालक किसी वाहन की चपेट में नहीं आए, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
बता दें कि कोटा बारां रोड पर जमना लाल सुमन के पत्थर के स्टॉक के सामने 5 मासूमों के साथ एक महिला दिन भर बेसुध हालत में पड़ी रही, लेकिन इस दौरान किसी का दिल नहीं पसीजा. छोटे छोटे मासूम भूख से बिलखते रहे है. जिन्हें बाद में आस- पास के लोगों ने बिस्किट दिलाए. शाम को एसडीपीआई के कार्यकर्ता फिरोज अंसारी की ओर से प्रशासन को अवगत कराने के बाद महिला की सुध ली गई.
प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि ये महिला यहां पर दिन भर से बेसुध हालत में पड़ी हुई थी. महिला के पास बैठे मासूमों को भूख से बिलखता देख कर आस-पास के लोगों ने इन्हें बिस्किट दिए और इसकी सूचना प्रशासन को दी गई. सूचना मिलने पर तहसीलदार नवनन्द सिंह सहित पुलिस कर्मी घटना स्थल पर पहुंचे और महिला को उठाया गया. महिला ने बताया कि वह देवपुरा की रहने वाली है और उसके पति की 12 दिन पहले मौत हो गई है. ऐसे में वह बिल्कुल बेसहारा हो गई है. उसकी रोजी रोटी के लाले पड़ गए हैं और ससुराल वाले भी उसके साथ लड़ाई झगड़ा करते है. ऐसे में वह गांव छोड़कर आ गई है.
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बाद में तहसीलदार नवनन्द सिंह ने अपने निजी खर्चे पर उक्त महिला को उसके गांव पंहुचाने की व्यवस्था की. साथ ही नगर पालिका से एक माह की खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई गई और ऑटो से महिला को देवपुरा भेजा गया.