बारां. हाड़ौती संभाग में बारिश का जोर बना हुआ है. बारां जिले में बाढ़ के हालात बन गये हैं. शहर के मुख्य बाजार प्रताप चौक, चार मूर्ति चौराहा, धर्मादा चौराहा, नगर परिषद के सामने, स्टेशन रोड़ पर जैसे बाणगंगा ही बह रही है.
शहर के नई तेल फैक्ट्री इलाके की कॉलोनियां और सीनियर सेकेंडरी स्कूल का मैदान तलाब बन चुके हैं. घरों में पानी घुस जाने के कारण लोग अब राशन और सामान बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं. शहर के बीच से निकल रहे नाले में अचानक पानी का स्तर बढ़ा. पहले ये पानी सड़क पर आया, फिर धीरे-धीरे दुकानों और घरों में घुस गया.
शहर में पानी भरने से करीब 60 हजार की आबादी प्रभावित है. जिला कलेक्टर राजेन्द्र विजय और एसपी विनीत बंसल ने बाढ़ के हालात का जायजा लिया. हालात से निपटने के लिए पिछली सरकार ने 125 करोड़ रूपए की लागत से डायवर्जन चैनल का काम शुरू किया था, लेकिन इसका काम गति से नहीं चल पाया. काम अब भी अधूरा पड़ा है.
इसका खामियाजा शहर के लोग भुगत रहे हैं. उन्हें बाढ़ के हालात से राहत नहीं मिल पा रही है. इसी तरह से मांगरोल के भी हालात हैं. वहां से भी बाणगंगा नदी का पानी पुलिया के ऊपर से गुजर रहा है.
जिले के छबड़ा इलाके में भी काफी बारिश हो रही है. इंग्लोट के बांध पर 1 फुट की चादर चल रही है. वहीं बेसली बांध भी 64% फुल हो गया है. उसमें 832 एमसीएफटी पानी आ गया है. साथ ही छबड़ा से कुंभराज, गुगोर - फतेहगढ़ मार्ग पूरी तरह से बंद है. साथ ही पार्वती नदी भी खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है. इलाके के सभी नदी नाले उफान पर हैं.