ETV Bharat / state

बारां के अंता में बस चालकों की मनमानी, हाइवे पर ही उतार देते हैं यात्रियों को

बारां के अंता में लोक परिवहन बस चालकों की मनमानी थमने का नाम ही नहीं ले रही है. लोक परिवहन की बसों का अंता कस्बे का परमिट होने के बावजूद बसों को कस्बे में नहीं लाकर सीधे हाइवे से गुजारा जा रहा है. ऐसे में यात्रियों को एक किलोमीटर पैदल यात्रा करने को मजबूर होना पड़ रहा है.

Public transport bus, baran news, पुलिस प्रशासन
author img

By

Published : Oct 11, 2019, 10:48 AM IST

अंता (बारां). जिले में लोक परिवहन बस चालकों की मनमानी लगातार बढ़ती ही जा रही है. बता दें कि कोटा और बारां से शुरू होने वाली लोक परिवहन की बसों में अंता की सवारियों के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए बस में बैठने ही नहीं दिया जाता है और गलती से कोई सवारी बस में बैठ भी जाए तो महिला हो या फिर पुरुष उसे हाइवे पर ही उतार दिया जाता है.

लोक परिवहन बस चालक की बढ़ रही है मनमानी

इस बीच सवारियों की ओर से बस को कस्बे में ले जाने के लिए कहा जाता है. उनके साथ बदसलूकी भी की जाती है. ऐसे में सवारियों को एक किलोमीटर कस्बे की पैदल यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. यात्रियों के पास समान हो या फिर छोटे-छोटे बच्चे इससे बस चालकों को कोई फर्क नहीं पड़ता है.

पढ़ें- दधिमती माता मंदिर के पास खुदाई में मिले शिलालेख पर गहराया विवाद, कलेक्टर से मिले मंदिर ट्रस्ट के प्रतिनिधि

बता दें कि यह सब प्रशासन के ढीले रवैये के कारण हो रहा है. ऐसे में मनमानी करने वाले बस चालको के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. ताकि कस्बे के लोगों को कोटा-बारां आने जाने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. पूर्व में एक बार पुलिस प्रशासन की ओर से शक्ति दिखाई गई तो कुछ दिनों तक लोक परिवहन की बसों की कस्बे में आवाजाही बनी रही. फिर बाद में प्रशासन के ढीले रवैये के कारण पूर्व जैसी ही स्तिथि पैदा हो गयी है.

अंता (बारां). जिले में लोक परिवहन बस चालकों की मनमानी लगातार बढ़ती ही जा रही है. बता दें कि कोटा और बारां से शुरू होने वाली लोक परिवहन की बसों में अंता की सवारियों के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए बस में बैठने ही नहीं दिया जाता है और गलती से कोई सवारी बस में बैठ भी जाए तो महिला हो या फिर पुरुष उसे हाइवे पर ही उतार दिया जाता है.

लोक परिवहन बस चालक की बढ़ रही है मनमानी

इस बीच सवारियों की ओर से बस को कस्बे में ले जाने के लिए कहा जाता है. उनके साथ बदसलूकी भी की जाती है. ऐसे में सवारियों को एक किलोमीटर कस्बे की पैदल यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. यात्रियों के पास समान हो या फिर छोटे-छोटे बच्चे इससे बस चालकों को कोई फर्क नहीं पड़ता है.

पढ़ें- दधिमती माता मंदिर के पास खुदाई में मिले शिलालेख पर गहराया विवाद, कलेक्टर से मिले मंदिर ट्रस्ट के प्रतिनिधि

बता दें कि यह सब प्रशासन के ढीले रवैये के कारण हो रहा है. ऐसे में मनमानी करने वाले बस चालको के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. ताकि कस्बे के लोगों को कोटा-बारां आने जाने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. पूर्व में एक बार पुलिस प्रशासन की ओर से शक्ति दिखाई गई तो कुछ दिनों तक लोक परिवहन की बसों की कस्बे में आवाजाही बनी रही. फिर बाद में प्रशासन के ढीले रवैये के कारण पूर्व जैसी ही स्तिथि पैदा हो गयी है.

Intro:बारां जिले के अंता में लोक परिवहन बस चालको की मनमानी थमने का नाम नही ले रही है । लोक परिवन की बसो का अंता कस्बे का परमिट होने के बाउजूद बसो को कस्बे में नही लाकर सीधे हाइवे से गुजारा जा रहा है ।ऐसे में यात्रीयो को एक किलोमीटर पैदल यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ रहा है ।Body:
अंता (बारां) पहली बात तो कोटा ओर बारां से शुरू होने वाली लोक परिवहन की बसो में अंता की सवारियों के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए बस में बैठने ही नही दिया जाता और गलती से यदि कोई सवारी बस में बेठ भी जाती है तो चाहे वह महिला हो या फिर पुरुष उसे हाइवे पर ही उतार दिया जाता है ।इस बीच सवारियों द्वारा बस को कस्बे में ले जाने के लिए कहा जाता है तो उनके साथ बदसलूकी का व्यवहार किया जाता है ।
ऐसे में सवारियों को एक किलोमीटर कस्बे की पैदल यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ रहा है चाहे यात्रीयो के पास समान हो या फिर छोटे छोटे बच्चे ,बस चालको के कोई फर्क नही पड़ता है ।
यह सब प्रशासन के ढीले रवैये के कारण हो रहा है ।ऐसे मनमानी करने वाले बस चालको के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि कस्बे के लोगो को कोटा बारां आने जाने के लिए परेशानी का सामना नही करना पड़े ।
Conclusion:पूर्व में एक बार पुलिस प्रशासन द्वारा शक्ति दिखाई गई तो कुछ दिनों तक तो लोक परिवहन की बसो की कस्बे में आवाजाही बनी रही ।बाद में प्रशासन के ढीले रवैये के कारण पूर्व जैसी स्तिथि पैदा हो गयी

बाइट - भंवरलाल सुमन यात्री
बाइट- रेहाना बनो यात्री
बाइट- तहसीलदार नव नन्द सिंह
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.