बारां. कृषि उपज मंडी परिसर के किसान भवन में मंगलवार को किसान महासभा की संभाग स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में महासभा की अध्यक्षता किसान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने की. बैठक में महासभा से जुड़े संभाग स्तर के पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान किसानों की आय बढ़ाने, समर्थन मूल्य पर फसलों की तुलाई जैसे एजेंडों पर चर्चा की गई. साथ ही स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लेकर नरेंद्र मोदी की नई सरकार से सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र पेश करने की मांग की गई.
रामपाल जाट ने बताया कि साल 2007 में डॉ. एमएस स्वामीनाथन की सिफारिशों को लागू करना था. लेकिन 18 साल गुजरने के बाद भी इन सिफारिशों को लागू नहीं किया गया. इस कारण से फसलों की पैदावार करने वाले किसानों को जमकर लूटा जा रहा है. जाट ने बताया कि अगर स्वामीनाथन की सिफारिशों को लागू कर दिया जाता तो किसानों की आय में बढ़ोतरी होती.
जाट ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से अपेक्षा जताई है कि प्रचंड बहुमत मिलने के बाद अब वह स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र पेश करेंगे. जाट ने यह भी कहा कि पिछली मोदी सरकार ने ही सुप्रीम कोर्ट में एक शपथ पत्र पेशकर स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने से इनकार कर दिया था. लेकिन अब उन्हें केंद्र की सरकार पर पूरा भरोसा है कि वह इस रिपोर्ट को लागू करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक शपथ पत्र प्रस्तुत करेगी.