ETV Bharat / state

झालावाड़-बारां से दुष्यंत सिंह को चौथी बार भाजपा ने दिया टिकट, जाने क्या है वसुंधरा फैक्टर

भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान की 16 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, जिसमें से 14 सीटों पर उन्होंने पुराने सांसदों को फिर से मौका दिया है. झालावाड-बारां लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी ने दुष्यंत सिंह को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है. मां वसुंधरा राजे और कार्यकर्ताओं के साथ दुष्यंत

मां वसुंधरा राजे और कार्यकर्ताओं के साथ दुष्यंत
author img

By

Published : Mar 22, 2019, 5:29 PM IST

Updated : Mar 22, 2019, 5:42 PM IST

भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान की 16 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं जिसमें से 14 सीटों पर उन्होंने पुराने सांसदों को फिर से मौका दिया है. झालावाड-बारां लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी ने दुष्यंत सिंह को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है. दुष्यंत सिंह को चौथी बार टिकट मिलने के पीछे की सबसे बड़ी वजह उनकी मां वसुंधरा राजे को माना जा रहा है.

ऐसा कहा जाता है कि झालावाड़ और बारां क्षेत्र में कौन सा नेता बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ेगा इसका फैसला वसुंधरा राजे के बिना नहीं लिया जाता है. ऐसे में दुष्यंत सिंह को टिकट मिलने के पीछे भी वसुंधरा राजे का ही हाथ माना जा रहा है. वहीं दुष्यंत सिंह को टिकट मिलने के पीछे एक बड़ी वजह यह भी है कि वह यहां से तीन बार सांसद रह चुके हैं. ऐसे में पार्टियों को जिताऊ उम्मीदवार के रूप में देख रही है.

झालावाड़ और बारां की भारतीय जनता पार्टी में कोई बड़े कद नेता भी नहीं है जो दुष्यंत सिंह के मुकाबले का हो, और सांसद का चुनाव लड़ने की स्थिति में हो. ऐसे में बीजेपी में नेताओं के अभाव के चलते भी दुष्यंत सिंह की दावेदारी अधिक मजबूत हो जाती है.

वहीं झालावाड़ और बारां जिले में संगठनात्मक रूप से पार्टी में भी दुष्यंत सिंह का कोई विरोध नहीं है जिसके चलते बीजेपी में दुष्यंत सिंह के नाम पर सबकी सहमति भी बन जाती है.. सबसे बड़ा कारण अगर माना जाए तो वसुंधरा राजे ने इस क्षेत्र में बहुत विकास कार्य भी करवाए हैं जिसके चलते उनके पुत्र दुष्यंत सिंह पर बीजेपी ने चौथी बार भरोसा जताया है.

दुष्यंत सिंह को चौथी बार मिला टिकट

भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान की 16 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं जिसमें से 14 सीटों पर उन्होंने पुराने सांसदों को फिर से मौका दिया है. झालावाड-बारां लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी ने दुष्यंत सिंह को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है. दुष्यंत सिंह को चौथी बार टिकट मिलने के पीछे की सबसे बड़ी वजह उनकी मां वसुंधरा राजे को माना जा रहा है.

ऐसा कहा जाता है कि झालावाड़ और बारां क्षेत्र में कौन सा नेता बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ेगा इसका फैसला वसुंधरा राजे के बिना नहीं लिया जाता है. ऐसे में दुष्यंत सिंह को टिकट मिलने के पीछे भी वसुंधरा राजे का ही हाथ माना जा रहा है. वहीं दुष्यंत सिंह को टिकट मिलने के पीछे एक बड़ी वजह यह भी है कि वह यहां से तीन बार सांसद रह चुके हैं. ऐसे में पार्टियों को जिताऊ उम्मीदवार के रूप में देख रही है.

झालावाड़ और बारां की भारतीय जनता पार्टी में कोई बड़े कद नेता भी नहीं है जो दुष्यंत सिंह के मुकाबले का हो, और सांसद का चुनाव लड़ने की स्थिति में हो. ऐसे में बीजेपी में नेताओं के अभाव के चलते भी दुष्यंत सिंह की दावेदारी अधिक मजबूत हो जाती है.

वहीं झालावाड़ और बारां जिले में संगठनात्मक रूप से पार्टी में भी दुष्यंत सिंह का कोई विरोध नहीं है जिसके चलते बीजेपी में दुष्यंत सिंह के नाम पर सबकी सहमति भी बन जाती है.. सबसे बड़ा कारण अगर माना जाए तो वसुंधरा राजे ने इस क्षेत्र में बहुत विकास कार्य भी करवाए हैं जिसके चलते उनके पुत्र दुष्यंत सिंह पर बीजेपी ने चौथी बार भरोसा जताया है.

दुष्यंत सिंह को चौथी बार मिला टिकट
Intro:झालावाड़-बारां से दुष्यंत सिंह पर चौथी बार बीजेपी ने जताया है भरोसा, यह है मुख्य वजह


Body:भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान की 16 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं जिसमें से 14 सीटों पर उन्होंने पुराने सांसदों को फिर से मौका दिया है. झालावाड-बारां लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी ने दुष्यंत सिंह को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है. दुष्यंत सिंह को चौथी बार टिकट मिलने के पीछे की सबसे बड़ी वजह उनकी मां वसुंधरा राजे को माना जा रहा है. ऐसा कहा जाता है कि झालावाड़ और बारा क्षेत्र में कौनसा नेता बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ेगा इसका फैसला वसुंधरा राजे के बिना नहीं लिया जाता है. ऐसे में दुष्यंत सिंह को टिकट मिलने के पीछे भी वसुंधरा राजे का ही हाथ माना जा रहा है.
वहीं दुष्यंत सिंह को टिकट मिलने के पीछे एक बड़ी वजह यह भी है कि वह यहां से तीन बार सांसद रह चुके हैं ऐसे में पार्टियों को जिताऊ उम्मीदवार के रूप में देख रही है. झालावाड़ और बारा की भारतीय जनता पार्टी में कोई बड़े कद का नेता नहीं भी नहीं है जो दुष्यंत सिंह के मुकाबले का हो और सांसद का चुनाव लड़ने की स्थिति में हो ऐसे में बीजेपी में नेताओं के अभाव के चलते भी दुष्यंत सिंह की दावेदारी अधिक मजबूत हो जाती है.


Conclusion:वहीं झालावाड़ और बारा जिले में संगठनात्मक रूप से पार्टी में भी दुष्यंत सिंह का कोई विरोध नहीं है जिसके चलते बीजेपी में दुष्यंत सिंह के नाम पर सबकी सहमति भी बन जाती है. सबसे बड़ा कारण अगर माना जाए तो वसुंधरा राजे ने इस क्षेत्र में बहुत विकास कार्य भी करवाए हैं जिसके चलते उनके पुत्र दुष्यंत सिंह पर बीजेपी ने चौथी बार भरोसा जताया है ताकि वसुंधरा राजे के कार्यों का लाभ उनके पुत्र को मिले..
Last Updated : Mar 22, 2019, 5:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.