अंता (बारां). छबड़ा जेल में बंद एक बंदी की इलाज के दौरान मौत का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार आरोपी अवैध डोडा चूरा के मामले में छबड़ा जेल में बंद था. वहीं जेलर पृथ्वीराज सिंह ने बताया कि गत 19 अक्टूबर को एडीजे कोर्ट अटरू ने कवाई पुलिस द्वारा पांच किलो डोडा चूरा के साथ अजमेर निवासी ओघड़ रेवाड़ी को पकड़ा था. वहीं बाद में उसे कारागृह भेज दिया गया था.
वहीं जेलर ने कहा कि जेल में आने के बाद से ही नशा ना मिलने की वजह से बंदी की तबीयत खराब चल रही थी. जिसे जेल में आने वाले चिकित्सक द्वारा दवाई उपलब्ध करवाई गई. वहीं 23 अक्टूबर बुधवार को सुबह ओघड़ की तबीयत खराब होने पर छबड़ा चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था. जहां से शाम को 4 बजकर 30 मिनट पर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. देर रात 12 बजकर 40 मिनट पर दोबारा तबीयत खराब होने पर छबड़ा चिकित्सालय ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान बंदी की मौत हो गई.
यह भी पढ़ें : जालोर में मिला पैंथर का शव, पंजे समेत नाखून और दांत भी थे गायब
जेल प्रशासन द्वारा बंदी की मौत होने पर बारां सीजेएम कोर्ट में रिपोर्ट पेश की गई. जहां मजिस्ट्रेट पूनम शर्मा ने छबड़ा एसीजेएम राजेश मीणा को जांच और पोस्टमार्टम उनकी मौजूदगी में करवाने के निर्देश दिए है.
पढ़ेः रियल एस्टेट से जुड़े नामी कारोबारी समूह के ठिकानों पर आयकर विभाग का छापा, बड़ी टैक्स चोरी का खुलासा
गुरुवार को करीब 1 बजकर 30 मिनट पर एसीजेएम राजेश मीणा की मौजूदगी में मोर्चरी में मृत बंदी का पोस्टमार्टम किया गया. वहीं मृतक के भाई मांगीलाल देवासी ने बताया कि वे बुधवार को जेल में ओघड़ से मिले थे, अगर ओघड़ को समय पर इलाज के लिए बाहर ले जाया जाता तो उसे बचाया जा सकता था.