छबड़ा (बारां). जिला कलेक्टर ने शनिवार को मोतीपुरा थर्मल का निरीक्षण किया. उन्होंने सीआरएस योजना सहित अन्य थर्मल प्रभावित गांवों में विकास कार्यों को लेकर अधिकारियों से चर्चा की. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने इंद्रा रसोई योजना परिसर में पहुंचकर खाने की गुणवत्ता को भी परखा.
बारां जिला कलेक्टर दो दिवसीय दौरे पर हैं. दौरे के दौरान शनिवार को थर्मल के निरीक्षण के बाद एसडीएम कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने विकास कार्यों को लेकर अधिकारियों से चर्चा की. साथ ही सरकार की योजनाओं से अधिक से अधिक ग्रामीणों को लाभांवित करने के निर्देश भी दिए.
मनरेगा के तहत कार्य करवाने व ग्रामीण क्षेत्रो में पेयजल संकट से मुक्ति दिलाने को लेकर नए प्रपोजल तयार करने के निर्देश दिए. जिला कलक्टर ब्लाक स्तरीय समीक्षा बैठक के रवाना होने से पहले पैदल बस स्टैंड पहुंच गए. यहां उन्होंने इंद्रा रसोई योजना का निरीक्षण किया. योजना के तहत मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता को भी परखा. इस दौरान ग्रामीणों ने सोमबंदी रास्तों को खुलवाने, अतिक्रमण सहित अन्य मामलों को लेकर ज्ञापन भी दिया.
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एसडीएम ने किया इंद्रा रसोई का निरीक्षण
सांगोद (कोटा). उपखण्ड अधिकारी अंजना सहरावत ने सांगोद कस्बे में संचालित इंद्रा रसोई का निरिक्षण किया. इस दौरान एसडीएम ने इंद्रा रसोई की व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया. अंजना ने रसोई घर, पर्ची काटने के ऑफिस, खाना खाने की जगह आदि व्यवस्थाओं के बारे संचालकों से जानकारी ली.
उन्होंने व्यवस्थाओं को लेकर संतुष्टि जताई. इस दौरान एसडीएम ने कहा कि इंद्रा रसोई में भोजन की व्यवस्था ठीक है, लेकिन मुख्य द्वार पर सफाई की कमी है. उन्होंने कहा कि जिस भवन में इंद्रा रसोई का संचालन किया जा रहा है. पूर्व में यह रेन बसेरे के रूप के काम मे ली जाती थी. इंद्रा रसोई के लिए वर्तमान भवन के ऊपर ही नया भवन बनाने के प्रस्ताव जारी किए हुए हैं.