बांसवाड़ा. जिले के जयपुर रोड स्थित डायलॉब तालाब के निकट सोमवार को एक व्यक्ति की लाश पाई गई. घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और 108 एंबुलेंस को बुलाया. जिसके बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंची, लेकिन व्यक्ति को मृत देखकर चालक बिना हाथ लगाए गाड़ी लेकर रवाना हो गया. पुलिस ने किसी अन्य गाड़ी को बुलाकर उसका शव मोर्चरी में रखवाया.
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यह घटनाक्रम देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए, लेकिन किसी ने भी इस अनजान शख्स की सुध लेने की कोशिश नहीं की. घंटों बाद रास्ते से गुजर रहे किसी अज्ञात व्यक्ति ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी. हेड कांस्टेबल पूंजा लाल पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे, जहां एक व्यक्ति पैरों में सिर झुकाए बैठा मिला.
पुलिस जवानों ने टटोला तो वह लुढ़क गया. उसकी सांसें थम चुकी थी. उसके बैग में भी खून से सने कपड़े थे और उसके चेहरे पर भी खून के धब्बे थे. हैरत की बात यह है कि सूचना के बाद भी कोई एंबुलेंस नहीं पहुंची. तलवाड़ा से 108 पहुंची तो संबंधित व्यक्ति को चेक करने के बाद चालक और कंपाउंडर ने कोरोना की आशंका में 108 में ले जाने से मना कर दिया और वहां से निकल गए.
पुलिसकर्मियों ने मृत व्यक्ति के पास पड़े बैग की तलाशी ली, तो उसमें एक मोबाइल मिला. पुलिसकर्मियों ने कॉल किया तो चौमूं जयपुर से किसी महिला ने उठाया. पुलिसकर्मियों ने घटना के बारे में बताते हुए व्हाट्सएप पर मृतक का फोटो भेजा. उस महिला ने मृतक की शिनाख्त अपने पिता विमलेश के रूप में की.
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परिजनों के अनुसार मृतक उदयपुर में किसी कृष्णा इंटरप्राइजेज के अधीन ठेकेदारी का काम करता था और उदयपुर में रह रहा था. विमलेश यहां किस तरह पहुंचा. फिलहाल पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है. हेड कांस्टेबल पूंजा लाल ने बताया कि मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया है और वे लोग मंगलवार सुबह तक बांसवाड़ा पहुंच पाएंगे.