बांसवाड़ा. शहर के कस्टम रोड क्षेत्र में गत दिनों खुलेआम हुई फायरिंग के मामले का कोतवाली पुलिस ने खुलासा कर दिया. पूरा मामला जमीन विवाद का निकला. पुलिस ने फायरिंग करने के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
बीते 20 अगस्त को मनोज मोची ने रिपोर्ट दी थी कि उसकी दुकान पर उसका पुत्र सागर और अक्षत बैठे हुए थे. ऐसे में दोपहर करीब 1 बजे के बाद स्कूटी सवार दो अज्ञात युवक दुकान के पास पहुंचे और फायरिंग की. हालांकि झुककर उसके दोनों ही पुत्रों ने अपनी जान बचा ली.
रिपोर्ट के अनुसार 13 अगस्त को उसके फोन पर अमित पुत्र राजू धोबी और उसकी मां मधु ने इस बारे में कॉल कर उसे धमकी दी थी. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की तफ्तीश शुरू की. कोतवाली थाना प्रभारी भैया लाल आंजना के नेतृत्व में गठित टीम ने जांच पड़ताल के बाद इस मामले में प्रतापगढ़ निवासी अक्षत और उर्फ अक्की पुत्र कालू जी राठौड़ राजपूत और अजय जाट पुत्र कारू लाल जाट निवासी मंदसौर कृषि उपज मंडी को दबोचा.
क्या था मामला?
पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त स्कूटी को जब्त कर लिया है. पूछताछ में सामने आया कि कस्टम रोड पर स्थित अमित पुत्र राजू धोबी की दुकान है, जो फरियादी मनोज मोची को करीब 50 साल पहले अमित की दादी ने किराए पर दी थी. लेकिन अब वह अपनी दुकान खाली नहीं कर रहा है. अमित को अपनी दुकान खाली करवानी थी. ऐसे में उसने अपनी दुकान का सौदा आरोपियों से कर दिया.
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आरोपी अक्की ने मनोज से दुकान खाली करवाने को लेकर मंदसौर जेल में बंदी मनीष बैरागी से बात कराई. मनोज मोची नहीं माना तो उसने अक्की को कहा कि अजय को बोल देना काम कर दे. उसके बाद 20 अगस्त को सुबह अजय जाट और अक्की स्कूटी से बांसवाड़ा पहुंचे और मनोज मोची की दुकान पर फायरिंग कर फरार हो गए. पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि आरोपी अजय जाट के खिलाफ मंदसौर में चेयरमैन की हत्या करने सहित पांच प्रकरण दर्ज है और आरोपी अक्षत और पाखी के खिलाफ प्रतापगढ़ में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है. पुलिस के अनुसार मामले की जांच पड़ताल जारी है.