बांसवाड़ा. लॉकडाउन के दौरान जब शहर में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा थी बावजूद इसके किराना की दुकान में चोरी हुई. ऐसी ही एक चोरी हाउसिंग बोर्ड चौराहे पर हुई. यहां पर 15 दिन में दो बार चोरी हुई जिसमें हजारों का माल चोरी हुआ था. अब इस मामले में कोतवाली पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
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हाउसिंग बोर्ड चौकी प्रभारी एएसआई शंभू सिंह ने बताया कि बीते माह हाउसिंग बोर्ड चौराहे पर स्थित किराना की दुकान के शटर को तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया. यहां पर 15 दिन में दो बार चोरी हुई. आसपास के मुखबिर लगाए गए तब दो आरोपियों के बारे में जानकारी हुई. इस पर निचला घंटा का निवासी अजीत और राकेश नाम के दो युवकों को गिरफ्तार किया है. दोनों ने 15 मई को किराना दुकान में चोरी की घटना कबूल की है आगे की पूछताछ की जा रही है.
प्रतापगढ़ में घर से चोरी हुई स्कूटी, CCTV के आधार पर चोरों की तलाश जारी
प्रतापगढ़ शहर के नई आबादी स्थित समता मार्ग के पास बुधवार को एक मकान से अज्ञात चोरों ने दिन-दहाड़े घर में रखी स्कूटी चोरी कर ली. इस दौरान सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया. पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है.
लॉकडाउन के दौरान चोरी की वारदातें काफी बढ़ने लगी. बुधवार दोपहर अज्ञात चोरों ने नगर के नई आबादी समता भवन स्थित जैन मंदिर के पास एक घर में रखी स्कूटी घर के अंदर से चुराकर फरार हो गए. चोरी की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. चोरी की सूचना पर पुलिस ने मौका मुआयना कर सीसीटीव फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश शुरू कर दी है.
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गौरतलब है की पिछले कुछ दिनों से शहर में लगातार चोरी की वारदातें बढ़ती जा रही है. हालांकि जिस घर में चोरी हुई है. उस से कुछ दुरी पर दूसरे मकान के सीसीटीवी फुटेज में चोरी की वारदात कैद हो गई. जिसमे संदिग्ध दिखाई दे रहा है.
गुपचुप तरीके से टेंडर करने का आरोप, ठेकेदारों को नहीं दिए टेंडर फॉर्म
अरनोद पंचायत समिति की ओर से विभिन्न कार्यों के टेंडर गुपचुप तरीके से किए जाने का आरोप ठेकेदारों ने लगाया है. इस संबंध में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है. जिसमें कार्रवाई की मांग की गई है. ठेकेदारों ने बताया कि टेंडर बिना विज्ञापन के किए गए है.
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किसी भी समाचार पत्र में निविदा के विज्ञापन जारी नहीं कर गुपचुप तरीके से टेंडर निकाले गए. जिसमें भोजन व्यवस्था, टेंट, फोटो कॉपी, स्टेशनरी, कंप्यूटर और वाहन आदि कार्यों के टेंडर गुपचुप तरीके से अपने चहेतों को बांट दिए. जिसके चलते ठेकेदारों में रोष व्याप्त है.
ठेकेदार विशाल जैन और मनोज बसेर टेंडर फॉर्म लेने गए. उन्हें पंचायत समिति की ओर से टेंडर फॉर्म नहीं दिए गए और कहा गया कि टेंडर हो गए हैं. अरनोद तहसील के ठेकेदारों ने इस टेंडर प्रक्रिया को निरस्त करवाकर फिर से टेंडर करवाने की मांग की है. इसको लेकर मुख्यमंत्री महोदय को पत्र लिखा और कार्रवाई की मांग की है.