बांसवाड़ा. जिले में पिछले 2 दिन से जारी बारिश का कहर रविवार को कुशलगढ़ इलाके में देखने को मिला. जहां एक छात्रावास भवन की छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई. जबकि दो अन्य चरवाहा बच्चे घायल हो गए. सूचना पर मौके पर पहुंचे उपखंड अधिकारी विजेश पंड्या, कुशलगढ़ थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने तुरंत राहत एवं बचाव कार्य शुरू करवाया.
साथ ही जेसीबी लगवा कर मलबे को हटाया गया, लेकिन तब तक एक बच्चे की मौत हो गई थी. मलबे से निकाले गए तीन अन्य चरवाहा बच्चों को बांसवाड़ा चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया, जहां उपचार के दौरान एक और बच्चे की मौत हो गई. अचानक हुए इस हादसे के बाद क्षेत्र का माहौल गमगीन हो गया. इस घटना में घायल दो अन्य बच्चों की हालत भी गंभीर बताई जा रही है.
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बता दें कि इस छात्रावास भवन को समाज कल्याण विभाग द्वारा कुछ सालों पहले नाकारा घोषित कर दिया गया था और तब से ही इस पर ताला जड़ा है. वहीं, यह हादसा कुशलगढ़ से करीब 1 किलोमीटर दूर डूंगरा रोड पर पड़ने वाले पोटलिया मोर गांव स्थित समाज कल्याण विभाग के छात्रावास भवन में हुआ. दोपहर बाद बारिश तेज होने पर आसपास गाय चराने वाले बच्चे दीवार फांद कर छात्रावास भवन में पहुंच गए.
महज कुछ देर बाद ही बरामदे की छत नीचे गिर पड़ी और बरामदे में खड़े चारों ही चरवाहे बच्चे मलबे में दब गए. अचानक तेज आवाज पर पास स्थित पेट्रोल पंप के कर्मचारियों के साथ आसपास की बस्तियों के लोग वहां पहुंचे और पुलिस को इसकी सूचना दी. मृतकों की शिनाख्त सुनारिया गांव निवासी बबलू और भगतपुरा निवासी राजू के रूप में की गई है.