बांसवाड़ा. सीएम अशोक गहलोत एक दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को बाड़मेर आए. यहां जिले वासियों ने फूल-मालाओं से उनका जोरदार स्वागत किया. मुख्यमंत्री ने सबसे पहले त्रिपुरा सुंदरी मंदिर (Tripura sundari temple) में माता के दर्शन किए. इसके बाद कुशलगढ़ के पोटलिया क्षेत्र पहुंचे जहां उन्होंने प्रशासन गांव के संग शिविर का अवलोकन किया. उन्होंने तीन पुलों का शिलान्यास किया और बाद में जनसभा को संबोधित भी किया. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में फेल होने का फीडबैक मिलने पर जल्दबाजी में कानून वापस ले लिया.
शुक्रवार को कुशलगढ़ पहुंचे सीएम अशोक गहलोत ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानून काले कानून थे जिन्हें केंद्र सरकार को वापस लेना ही था. हालांकि कानून वापस लेने में उन्होंने काफी देर की. उन्होंने कहा कि जब भाजपा के टॉप अधिकारियों को उत्तर प्रदेश से फीडबैक मिला कि वे वहां फेल हो जाएंगे तो आनन-फानन में यह कानून वापस ले लिया गया.
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुए उपचुनाव में भाजपा को जिस तरह हार मिली है उससे अनुमान लगा सकते हैं कि प्रदेश में कांग्रेस के कारण कितनी खुशहाली है. जनसभा को परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, प्रभारी मंत्री राजेंद्र यादव, टीएडी मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने भी संबोधित किया.
साढ़े 3 घंटे से ज्यादा बांसवाड़ा में रुके सीएम
यूं तो मुख्यमंत्री को दोपहर 12:30 बजे आना था पर कार्यक्रम में लेट हो गया 2:15 बजे बांसवाड़ा पहुंचे और 5:30 बजे बाद बांसवाड़ा से रवाना हो गए. इस दौरान सबसे पहले वे त्रिपुरा सुंदरी हेलीपैड पर उतरे और वहां कार्यकर्ताओं का सम्मान प्राप्त किया. इसके बाद वे मंदिर गेस्ट हाउस पहुंचे और वहां जाकर थोड़ी देर आराम किया. इसके बाद माताजी मंदिर पहुंचे और वहां पंडित निकुंज मोहन पंड्या के आचार्य में पूजा-अर्चना की.
प्रशासन गांव के संग शिविर देखा और शिलान्यास किया
कुशलगढ़ के पोटलिया में जनसभा के निकट ही एक विशेष शिविर का आयोजन किया था जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत और गोविंद डोटासरा, प्रताप सिंह खाचरियावास समेत अन्य मंत्री भी पहुंचे और वहां की व्यवस्थाएं देखीं. मौके पर मौजूद कई लोगों से सीएम ने खुद बात की. साथ ही अफसरों को दिशा निर्देश भी दिए हैं कि आने वाले दिनों में जनता को पूरी तरह न्याय मिलना चाहिए. इसके बाद उन्होंने तीन पुलों का शिलान्यास किया. इनकी लागत करीब ₹34 करोड़ आएगी.
आदिवासी अंचल के विकास के लिए हम तत्पर
कुशलगढ़ में जनसभा के बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि जनजाति क्षेत्र के सभी लोगों का विकास हो रहा है. इसके लिए वे और उनकी सरकार पूरी तरह से तत्पर है. आने वाले दिनों में कई और नवाचार किए जाएंगे जिससे यहां की जनता को और लाभ मिल सके.