बांसवाड़ा. राज्य सरकार की ओर से ग्रीन और ऑरेंज जोन वाले इलाकों में आंशिक तौर पर रोडवेज बस सेवा शुरू कर दी है. लेकिन पहले ही दिन नियम कायदे तार-तार होते दिखाई दिए. यह बस सेवा कैरिज परमिट की तरह थी, जिसमें चुनिंदा स्थानों पर ही बस को रोका जाना था. लेकिन बांसवाड़ा से जयपुर गई बस में रेड जोन से सवारिया लेने का मामला सामने आया है.
हालांकि, रोडवेज प्रशासन इसे नियम कायदों के तहत बता रहा है, लेकिन रजिस्ट्रेशन के वक्त जो नियम बताए गए निश्चित तौर पर उनकी अवहेलना जरूर की गई. प्रदेश के जिन रोडवेज डिपो से बस सेवा शुरू की जानी थी, उनमें बांसवाड़ा डिपो भी शामिल है. यहां से जयपुर के लिए एक बस लगाई गई है, यह बस शनिवार की सुबह जयपुर के लिए रवाना हुई.
तीन स्थानों पर स्टॉपेज
बांसवाड़ा से बस के रवाना होने के साथ ही स्टॉपेज के तौर पर प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ और किशनगढ़ डिपो लिए गए थे. रास्ते में आने वाले रेड जोन भीलवाड़ा को भी स्टॉपेज में शामिल नहीं किया गया और किशनगढ़ से गाड़ी सीधी जयपुर जानी थी.
30 सवारियों की बुकिंग और 33 सवार
नियत समय पर RJ03P6753 नंबर की यह बस बांसवाड़ा से रवाना हुई और प्रतापगढ़ चित्तौड़ होते हुए भीलवाड़ा से निकल रही थी कि अचानक वहां बस रोक दी गई. वहां से 3 यात्री जैसे ही बस में चढ़े अन्य यात्री स्तब्ध रह गए. क्योंकि नियमानुसार सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार बस में पहले से ही 30 यात्री सवार थे. यह देख कर यात्रियों के चेहरे तमतमा गए और उन्होंने कंडक्टर पर सवालों की बौछार शुरू कर दी. उन तीनों यात्रियों को स्क्रीनिंग के बाद गैलरी में खड़ा कर दिया गया. बस कंडक्टर के इस निर्णय को लेकर कई यात्रियों ने विरोध भी जताया.
तहसीलदार के आदेश
कंडक्टर ने भीलवाड़ा तहसीलदार के एक आदेश की कॉपी यात्रियों को बताई और कहा कि हिमांचल प्रदेश के इन यात्रियों को नसीराबाद छोड़ने के आदेश है. यात्रियों का कहना था कि आदेश में भी काट छांट थी और उस पर तहसीलदार की मोहर तक नहीं थी. अंतत: उन यात्रियों को नसीराबाद उतार दिया गया.
उच्चाधिकारियों का दबाव
इस बारे में जब बांसवाड़ा डिपो के चीफ मैनेजर रवि मेहरा से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि उन यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई और भीलवाड़ा कलेक्टर के आदेश पर रोडवेज प्रबंध निदेशक की ओर से उन यात्रियों की अजमेर से हिमांचल प्रदेश जाने वाली ट्रेन को देखते हुए भीलवाड़ा से उन्हें लिए जाने के दिशा-निर्देश दिए गए थे. जहां तक सोशल डिस्टेंसिंग की बात है, हमने इसकी पूरी पालना की है.