बांसवाड़ा. परिवार में आपसी कहासुनी के बाद पत्नी अपने पीहर चली गई थी. बीते 3 महीने से अपने ढाई साल के बच्चे की वह देखभाल कर रहा था. मृतक के परिजनों के अनुसार उसने पत्नी को मनाने के प्रयास भी किए, लेकिन उसे निराशा ही हाथ लगी. शायद जीवन से तंग आकर आखिरकार उसने मौत को गले लगा लिया. भूंगड़ा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जिसमें जीवन से निराश होकर एक युवक ने अपने घर के पास ही स्थित पेड़ पर रस्सी से फंदा लगाकर जान दे दी.
बोरखेड़ा माही डेम गांव निवासी 25 वर्षीय विकास पुत्र रखमा के माता-पिता किसी ट्रीटमेंट को लेकर गुरुवार शाम गुजरात के दाहोद शहर के लिए निकले थे. शाम को खाना खाने के बाद विकास घर के पास स्थित बाड़े में सोने चला गया. शुक्रवार सुबह उसकी बहन गुड्डी बाड़े में गई तो उसे वहां ना पाकर उसे हैरानी हुई. इधर-उधर नजर दौड़ाई तो आम के पेड़ पर झुरमुट के बीच विकास को लटका देखा. इस पर वह चिल्लाई. यह सुनकर आसपास के घरों के लोग मौके पर पहुंचे.
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. वहीं रास्ते से उसके माता-पिता भी घर लौट आए. बाद में पुलिस ने शव के पोस्टमार्टम के लिए बांसवाड़ा मोर्चरी में रखवाया गया. पिता द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार विकास की पत्नी आपसी झगड़े के कारण पिछले 3 माह से अपने पीहर में पिता के पास ही रह रही थी.
ढाई साल के बच्चे की देखभाल विकास ही कर रहा था. विकास मजदूरी कर वापस लौटने के बाद अपने बच्चे का पालन पोषण कर रहा था. पत्नी के वापस ना आने पर वह टूट चुका था. गुरुवार रात संभवत उसने हताशा में यह कदम उठा लिया है. हैड कांस्टेबल नारायण लाल के अनुसार फिलहाल मामला आत्महत्या का ही लग रहा है. उसने यह कदम क्यों उठाया, इसकी जांच की जा रही है.