बांसवाड़ा. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में शुक्रवार को हरिदेव जोशी रंगमंच पर नगर परिषद के सफाई कर्मियों का सम्मान किया गया. वहीं, कार्यक्रम की रोचक बात यह रही कि आयोजन का पूरा खर्चा नगर परिषद की ओर से वहन किया गया, लेकिन खुद के छपाए प्रशंसा पत्रों से नगर परिषद का नाम गायब रहा. वहीं, महात्मा गांधी दर्शन समिति छाई रही. नगर परिषद सभापति की ओर से इस संबंध में समिति अध्यक्ष ने जिला कलेक्टर के समक्ष इस संबंध में आपत्ति भी दर्ज कराई है.
जानकारी के अनुसार श्रमदान के बाद आयोजित समारोह में करीब 300 सफाईकर्मियों को सम्मानित किया गया. बता दें कि सम्मान समारोह में माल्यार्पण के बाद प्रशंसा पत्र को देख सभापति और उपसभापति चकित रह गए क्योंकि प्रशंसा पत्रों में महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के दोनों पदाधिकारियों जिला कलेक्टर और सीईओ का नाम था, लेकिन नगर परिषद का कोई उल्लेख नहीं पाया गया. जबकि इस कार्यक्रम का पूरा खर्च नगर परिषद की ओर से वहन किया गया था. वहीं, महात्मा गांधी दर्शन समिति तो केवल आयोजक थी.
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वहीं, इस संबंध में सभापति और उपसभापति ने बतौर समिति अध्यक्ष जिला कलेक्टर के समक्ष आपत्ति जताई. उन्होंने मामले को जिला परिषद सीईओ गोविंद सिंह राणावत के पास भेज दिया. वहीं, जब दोनों पदाधिकारी उनके पास पहुंचे तो वहां से नगर परिषद कर्मचारियों की गलती बताई गई. उपसभापति बोरा के अनुसार मामले को जिला कलेक्टर में सीईओ के पास भेजा और सीईओ ने इसे नगर परिषद की गलती करार दी. उन्होंने कहा कि पूरे मामले को अधिकारी एक-दूसरे पर डालकर हाथ झाड़ रहे हैं.