बांसवाड़ा. शहर में बड़े पैमाने पर आवासीय मकानों में व्यावसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही है. नगर परिषद ने शहर में उदयपुर रोड पर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का सर्वे कराया तो पहले चरण में 11आवासीय मकान ऐसे पाए गए, जिनमें लंबे समय से व्यवसाय चलाया जा रहा था. उनके उपर करीब साढे 3 करोड़ रुपए व्यावसायिक टैक्स बकाया निकला. आवश्यक प्रक्रिया के बाद शुक्रवार को नगर परिषद टीम ने 8 प्रतिष्ठानों के बिजली कनेक्शन काट दिए हैं.
नगर परिषद के इस कार्रवाई से आवासीय भवनों में व्यावसाय चला रहे कारोबारियों मैं हड़कंप मच गया है. नगर परिषद शहर के दुसरे क्षेत्रों में भी बिना स्वीकृति के व्यवसाय करने वाले प्रतिष्ठानों का भी सर्वे करवा रही है. सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी ने बोर्ड गठन के बाद 20 फरवरी को उदयपुर रोड के इन 11 को प्रतिष्ठानों के मकान मालिकों को नोटिस जारी कर दिये थे. जिसमें व्यवसायिक शुल्क जमा कराने को कहा गया था. इसके बाद भी कोई भी भवन मालिक नगर परिषद नहीं पहुंचा, तो सभापति त्रिवेदी ने शुक्रवार को इनके बिजली कनेक्शन काटने के निर्देश दिए.
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सभापति ने अपने इस निर्णय से अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों को भी अवगत करा दिया था. निगम के अभियंताओं के साथ नगर परिषद की टीम ने शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए मलखान सिंह, लक्ष्मी लाल भावसार, सतीश पंचाल अशोक अग्रवाल अरविंद सिंह, चंद्रकांत कटारिया, महावीर जैन और रमेश के आवासीय मकानों के कनेक्शन काट दिए गए. इनमें शोरूम से लेकर बड़े-बड़े व्यवसाय चलाए जा रहे थे. इसके अलावा राधे लाल व्यास, हिमांशु त्रिवेदी और कमलेश जोशी ने नगर परिषद में शुल्क संबंधी फाइलें जमा कराने का आश्वासन देने के बाद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
आपको बता दें कि, इन 11 प्रतिष्ठानों पर नगर परिषद का 3 करोड़ 40 लाख 27 हजार 985 रुपए बतौर व्यावसायिक शुल्क बकाया चल रहा है. त्रिवेदी ने बताया कि, पहले चरण में आठ भवन मालिकों के खिलाफ बिजली कनेक्शन काटने की कार्रवाई की गई. इनमें करीब साडे तीन करोड रुपए बकाया चल रहे हैं. हम शहर के अन्य हिस्सों में भी बिना किसी स्वीकृति के जिन जिन भवनों में व्यावसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही है, उनका सर्वे करवा रहे हैं.