बांसवाड़ा. अजमेर विद्युत वितरण निगम, बांसवाड़ा वृत्त के निजीकरण के विरोध में कर्मचारी संगठन अपनी मांगों को लेकर पीछे हटते नजर नहीं आ रहे. संगठनों ने दोनों नए प्रस्ताव को निरस्त नहीं करने तक धरना प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया है. अब सबकी नजरें प्रबंध निदेशक के बांसवाड़ा आगमन पर टिकी है.
बता दें कि निगम ने बांसवाड़ा वृत्त का फाल्ट रिनोवेशन टीम, एमबीसी का काम गत दिनों एक निजी कंपनी को दे दिया था. इस संबंध में आदेश भी जारी हो गए. इन दोनों ही प्रस्ताव को लेकर कर्मचारी संगठन प्रबंधन के खिलाफ मैदान में आ गए. भारतीय मजदूर संघ, इंटक, विद्युत तकनीकी कर्मचारी परिषद और पावर एसोसिएशन आदि ने इसके विरोध में आंदोलन खड़ा कर दिया है.
इसके लिए संयुक्त संघर्ष समिति का गठन करते हुए लगातार 25 दिन से सांकेतिक तौर पर धरना दिया जा रहा है. यहां तक की दीप पर्व दिवाली पर भी कर्मचारियों का धरना जारी रहा. आदोलन को देखते हुए अधीक्षण अभियंता आरआर खटीक द्वारा समिति प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए बुलाया गया.
समिति की मांग है कि वार्ता के लिए डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक को बांसवाड़ा बुलाया जाए. जब तक एफआरसी और एमबीसी के निर्णय को निरस्त नहीं किया जाता, कर्मचारी संगठन अपने आंदोलन को यथावत रखेंगे. बताया जाता है कि प्रबंध निदेशक दिसंबर के पहले सप्ताह में वार्ता के लिए बांसवाड़ा आ सकते हैं. उनके साथ वार्ता के बाद ही कर्मचारी संगठन अगला कोई कदम उठाएंगे. संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक जुगल किशोर जोशी ने बताया कि जब तक हमारी मांगे मान नहीं ली जाती, तब तक संघर्ष जारी रहेगा. प्रबंध निदेशक 1 दिसंबर के बाद इस मामले में वार्ता के लिए कभी भी आ सकते हैं.