बांसवाड़ा. सरकार की ओर से पहले जन पखवाड़ा लगाया गया और फिर रेड अलर्ट जन पखवाड़ा. दोनों में ही जनता का साथ सरकार को नहीं मिला, पर लॉकडाउन में पहले दिन ही साथ मिलता हुआ दिखाई दे रहा है. बांसवाड़ा शहर हो या फिर जिला या फिर बॉर्डर के इलाक़े, सभी जगह आवाजाही पूरी तरह बंद है. केवल जरूरी सेवाओं को छोड़कर या फिर शहर की सड़कों पर वे लोग दिखाई दे रहे हैं, जिन्हें किसी न किसी संस्थान में अपनी नौकरी करनी है.
बांसवाड़ा शहर में जैसे ही आज सुबह के 5:00 बजे तो लॉकडाउन की शुरुआत हो गई. इसके साथ ही लगभग 6 बजते बांसवाड़ा शहर में जाप्ता भी लगा दिया गया. पुलिस की ओर से बांसवाड़ा शहर में कुल 38 पॉइंट बना करके जगह-जगह जाप्ता लगाया गया है. जिसमें आधे से ज्यादा स्थाई पॉइंट बनाए गए हैं और यही कारण है कि जैसे ही कोई व्यक्ति सड़क पर आता है, तो तत्काल पुलिस द्वारा उसे रोक दिया जाता है या फिर उनका चालान काट दिया जाता है. ऐसे में लोगों की आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं पड़ती है.
बांसवाड़ा के बाजार पूरी तरह बंद है. सुबह 11:00 बजे तक किराना दूध फल सब्जी की दुकानें खुली रहीं, लेकिन वहां पर भी भीड़ नदारद थी. हल्की-फुल्की लोग ही सामान खरीदने के लिए हुए आते दिखाई दिए. बांसवाड़ा शहर में 3 आरपीएस सहित भारी भरकम जाप्ता लगाया गया है, जो सुबह से ही शहर में गश्त कर रहे हैं और जाप्ते की कार्रवाई को सुनिश्चित कर रहे हैं. ज्यादातर बाजार पूरी तरह खाली है यदा-कदा कहीं-कहीं लोग आते जाते दिखाई दे रहे हैं.
सरकार की ओर से कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच लगाए गए लॉकडाउन के पहले दिन लॉकडाउन पूरी तरह सफल दिखाई दे रहा है. सड़कों से भीड़ नदारद हैं. जैसे जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है. तापमान बढ़ता जा रहा है और लोगों की आवाजाही 0 की ओर बढ़ती जा रही है. जैसे जैसे लोगों की संख्या कम होती जा रही है. वैसे-वैसे पुलिस अधिकारियों के वाहनों के सायरन और ज्यादा सुनाई देने लगे हैं.