बांसवाड़ा. युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव डॉ. पलक वर्मा संगठन की समीक्षात्मक बैठक लेने के लिए शुक्रवार को बांसवाड़ा पहुंची. कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने पार्टी में युवा नेताओं की उपेक्षा के आरोप को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा कि राजस्थान में उपजा राजनीतिक घटनाक्रम युवा और वरिष्ठ नेताओं का मामला नहीं था. पार्टी अध्यक्ष पद के लिए गैर गांधीवादी परिवार पर भी उन्होंने अपनी बात रखी.
एक सवाल पर राजस्थान की सह प्रभारी डॉ. वर्मा ने कहा कि युवा वर्ग हमेशा से पार्टी से जुड़ा रहा है और देश में सबसे ज्यादा युवा नेता कांग्रेस ने ही दिए हैं. लेकिन स्कोर विपरीत तरीके से रखा जा रहा है. संगठन से पहले से युवा जुड़ते रहे हैं और हम देश की जनता तक वास्तविक स्थिति पहुंचाने का काम करते रहेंगे. युवा वर्ग की उपेक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि युवा हमेशा से हमारे साथ थे और रहेंगे.
पढ़ेंः जयपुरः NSUI के योग्यशाला अभियान की शुरुआत, छात्रों की मदद के लिए लॉन्च करेंगे हेल्पलाइन
मध्यप्रदेश और राजस्थान के मसले पर डॉ. वर्मा ने कहा कि यह युवा और वरिष्ठ नेताओं के बीच का मामला नहीं है. बल्कि राजनीतिक महत्वाकांक्षा का मामला था. राजनीतिक महत्वाकांक्षा किसी भी हद तक जा सकती है. भाजपा ने एमपी के बाद राजस्थान में ईडी सहित सारी मशीनरी को लगा दिया, लेकिन यह युवा और वरिष्ठ लोगों की एकजुटता का ही परिणाम था कि सरकार मजबूती से बनी रही.
आगामी चुनाव में युवा वर्ग की पैरवी करते हुए उन्होंने कहा कि जिले में बड़ी संख्या में युवा सरपंच चुनकर आए हैं. जो जनता के बीच काम करेगा, उसे पहले भी मौका दिया गया और आगे भी दिया जाता रहेगा. हमने आगामी चुनाव के लिए भी चुनाव लड़ने के इच्छुक युवाओं की सूची बनाने को कहा है. काबिल युवाओं को मौका देने का प्रयास किया जाएगा.