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जोहार शब्द अभिवादन का शब्द है, इसका विरोध उचित नहीं: सांसद कनकमल कटारा

डूंगरपुर-बांसवाड़ा सांसद कनकमल कटारा जोहार शब्द के समर्थन में उतर आए हैं. उन्होंने कहा कि यह शब्द सामान्य बोल-चाल का है जो आदिवासी अंचल में अभिवादन के तौर पर प्रयोग किया जाता है. इसका विरोध करना उचित नहीं है.

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Published : Aug 29, 2020, 10:39 PM IST

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जोहार शब्द अभिवादन का शब्द है, इसका विरोध उचित नहीं: सांसद कनक मल

बांसवाड़ा. भारतीय ट्राइबल पार्टी के अस्तित्व में आने के साथ ही वागड़ अंचल में जोहार शब्द का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. गाहे-बगाहे भाजपा से लेकर कांग्रेस तक इस शब्द के इस्तेमाल के विरोध में बोलते दिखाई देते हैं लेकिन सांसद कटारा खुलकर जोहार के समर्थन में आ गए और कहा कि जोहार अभिवादन का शब्द है और इसका विरोध उचित नहीं है.

जोहार शब्द के समर्थन में उतरे सांसद कनकमल कटारा

सांसद ने इसका स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि हमारे यहां भी आदिवासी संस्कृति है और झारखंड आदिवासी बहुल है. वहां एक-दूसरे से मिलने पर आदिवासी लोग 'जय जोहार' बोलते हैं जो कि एक अभिवादन का शब्द है. यदि यहां के आदिवासी 'जय जोहार' के जरिए अभिवादन करते हैं तो उस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

पढ़ें: 'हल्ला बोल' कार्यक्रम के लिए बीकानेर पहुंचे भाजपा के संभाग प्रभारी माधोराम चौधरी, गहलोत सरकार पर साधा निशाना

स्थानीय मुद्दों पर कटारा ने कहा कि वजवाना से सागवाड़ा तक नेशनल हाईवे का काम शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री से बातचीत कर साढ़े चार सौ करोड़ रुपए मंजूर करवाए गए हैं. हाईवे के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाएगा. 3 सितंबर को होने वाली दिशा की बैठक में इस संबंध में संबंधित विभाग से पूरी जानकारी सामने आ जाएगी.

प्रदेश में कोरोना से निपटने में गहलोत सरकार की नीतियों की भी सांसद ने जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई है. वहीं, बिजली बिलों की माफी का समर्थन करते हुए, उन्होंने कहा कि अगर सरकार जल्द किसानों के बिजली के बिल माफ नहीं करती है तो भारतीय जनता पार्टी की तरफ से आंदोलन किया जाएगा.

बांसवाड़ा. भारतीय ट्राइबल पार्टी के अस्तित्व में आने के साथ ही वागड़ अंचल में जोहार शब्द का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. गाहे-बगाहे भाजपा से लेकर कांग्रेस तक इस शब्द के इस्तेमाल के विरोध में बोलते दिखाई देते हैं लेकिन सांसद कटारा खुलकर जोहार के समर्थन में आ गए और कहा कि जोहार अभिवादन का शब्द है और इसका विरोध उचित नहीं है.

जोहार शब्द के समर्थन में उतरे सांसद कनकमल कटारा

सांसद ने इसका स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि हमारे यहां भी आदिवासी संस्कृति है और झारखंड आदिवासी बहुल है. वहां एक-दूसरे से मिलने पर आदिवासी लोग 'जय जोहार' बोलते हैं जो कि एक अभिवादन का शब्द है. यदि यहां के आदिवासी 'जय जोहार' के जरिए अभिवादन करते हैं तो उस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

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स्थानीय मुद्दों पर कटारा ने कहा कि वजवाना से सागवाड़ा तक नेशनल हाईवे का काम शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री से बातचीत कर साढ़े चार सौ करोड़ रुपए मंजूर करवाए गए हैं. हाईवे के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाएगा. 3 सितंबर को होने वाली दिशा की बैठक में इस संबंध में संबंधित विभाग से पूरी जानकारी सामने आ जाएगी.

प्रदेश में कोरोना से निपटने में गहलोत सरकार की नीतियों की भी सांसद ने जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई है. वहीं, बिजली बिलों की माफी का समर्थन करते हुए, उन्होंने कहा कि अगर सरकार जल्द किसानों के बिजली के बिल माफ नहीं करती है तो भारतीय जनता पार्टी की तरफ से आंदोलन किया जाएगा.

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