बांसवाड़ा. शहर में अवैध तरीके से हथकढ़ शराब की सप्लाई के लिए कुख्यात भापोर गांव में जिला पुलिस ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 7 शराब के ठिकाने नष्ट कर दिए. पुलिस ने करीब 10 हजार लीटर शराब बहा दी. वहीं 100 बोतल हथकढ़ जब्त करते हुए मौके से एक व्यक्ति को दबोच लिया है, इस दौरान 2 लोग मौके से भागने में सफल हो गए.
फिलहाल पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस को लंबे समय से सूचनाएं मिल रही थी कि शहर की कच्ची बस्तियों और आसपास के बस्ती क्षेत्र में कुछ लोग हथकढ़ बेच रहे हैं. यह शराब भापोर और सिंहपुरा गांव से लाई जा रही है.
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जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली थाना प्रभारी भैया लाल आंजना, सदर थाना अधिकारी बाबूलाल मुरारिया, महिला पुलिस थाना अधिकारी कैलाश चंद्र और दोनों ही थानों की पुलिस चौकी के जाब्ते के साथ एमबीसी और क्विक रिस्पांस टीम की संयुक्त टीम गठित करते हुए आज इन दोनों ही गांव में दबिश दी गई है.
7 ठिकानों किया नष्ट-
कार्रवाई से पहले पुलिस टीम द्वारा हथकड़ बनाने वाले लोगों के ठिकानों का पता लगाया गया था. ऐसे में टीम उन्हीं ठिकानों पर पहुंची, जहां अचानक पुलिस को देखकर हथकढ़ बनाने वाले लोग भाग खड़े हुए. पुलिस ने इन ठिकानों को नष्ट करते हुए प्लास्टिक केन में भरी करीब 10 हजार लीटर हथकढ़ नष्ट कर दी. वहीं कार्रवाई के दौरान लक्ष्मण और कालू बामणिया हथकढ़ शराब से भरे केन छोड़कर भाग छूटे, वहीं एक आदमी 26 लीटर हथकढ़ के साथ दबोच लिया गया है.
पुलिस को मौके से करीब 100 बोतल हथकढ़ शराब मिली, जिसे आबकारी अधिनियम के तहत जब्त कर लिया गया है. वहीं तीन लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है. कोतवाली थाना प्रभारी आंजना के अनुसार दोनों ही गांव में कुछ लोग बरसाती नालों पर हथकढ़ शराब तैयार करते हैं, जो सुबह पुलिस गश्त समाप्त होने के बाद ट्यूब और जरी केन के जरिए शराब शहर में पहुंचाते हैं. इसे देखते हुए हमने इन दोनों ही गांव के मुख्य मार्गों पर नाकाबंदी भी करवाई थी. उन्होंने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार अवैध शराब के खिलाफ अभियान जारी रहेगा.