घाटोल (बांसवाड़ा). जिले के घाटोल कस्बे के खमेरा निवासी रमेश चन्द्र पुत्र हिरजी (60) ने अपने भाई ही बड़े भाई नानालाल पुत्र हिरजी और भतीजा गणेशलाल पुत्र नानालाल के खिलाफ घाटोल डिप्टी को परिवाद सौंप कानूनी कार्रवाई करवाने की मांग की. बता दें कि बड़े भाई ने अपने ही छोटे भाई को मृत घोषित कर उसकी सारी जमीन अपने नाम करा कर उसे बेच भी डाली.
रमेश चन्द्र ने बताया कि वह पिछले 12 सालों से गुजरात में रोजगार के लिए रहता था. उसके पीठ पीछे से उसके बड़े भाई और भतीजा ने ग्राम पंचायत से उनका फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और बेऔलाद घोषित करवा कर उसकी जमीन अपने नाम करवाकर कर गुपचुप तरीके से बेच दी. रमेश और उसकी पांच बेटियों को इसकी भनक तक नहीं लगने दी. दो माह पूर्व जब रमेशचंद गुजरात से वापस खमेरा अपने घर लौटा तो उसके भाई और भतीजा ने उसे धक्के मारकर घर से बाहर निकाल दिया.
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इस दौरान जब रमेशचंद्र अपने घर का हक जताने गया तो पता चला कि उसे मृत और बेऔलाद घोषित कर उसकी सारी सम्पत्ति बड़े भाई ने अपने नाम करवा ली है. पीड़ित ने अपनी बेटियों को इसके बारे में जानकारी दी. जिसके बाद बेटियों के साथ अपने हक की लड़ाई के लिए अब कानून का दरवाजा खटखटा रहा है.
बता दें कि रमेशचन्द्र पंचाल तीन भाइयों में सबसे छोटा है. बड़े भाई मांगीलाल की कुछ साल पहले ही मौत हो चुकी है. रमेशचंद्र के परिवार में पत्नी सहित पांच बेटिया हैं. रमेश के गुजरात में रोजगार होने से उसकी पत्नी अपने पीहर में ही रह रही थी. पांचों बेटियों की शादी होने से पांचो बेटियां ससुराल में ही रहती है. जिसका फायदा उठाते हुए उसका भाई और भतीजा ने फर्जी तरीके से जमीन अपने नाम करवाकर बेच दी.
पीड़ित ने अपनी बेटी सुशीला, नीमा, संतोष, पिंकी और मनीषा के साथ मिलकर अपने भाई और भतीजे के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर अपनी पैतृक सम्पति वापस दिलवाने की मांग को लेकर घाटोल डिप्टी को परिवाद दिया.