बांसवाड़ा. विख्यात कवि कुमार विश्वास करीब 10 साल बाद एक बार फिर बांसवाड़ा पहुंचे. जहां उन्हें लोगों का खूब प्यार मिला. जैसे ही वो यहां मंच पर पहुंचे तो पूरा पांडाल तालियों की गड़गड़ाहट से उनके स्वागत में गुंजायमान हो उठा. इस दौरान आयोजन समिति के अध्यक्ष अशोक जैन सहित पदाधिकारियों की ओर से अतिथियों, नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी, बागीदौरा के विधायक महेंद्र जीतसिंह और कांग्रेस जिलाध्यक्ष चांदमल जैन ने कवियों का मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर स्वागत किया.
दिल्ली की कवियत्री अनामिका जैन अंबर ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति देकर सम्मेलन की शुरुआत की. प्रारंभ में बिहार के शंभू शिखर मंच पर पहुंचे. उन्होंने छोटे-छोटे चुटकुलों की प्रस्तुतियों से लोगों को खूब गुदगुदाया. इसके अलावा अलवर से आए विनीत चौहान ने देशभक्ति पर आधारित अपनी रचनाओं को पेश कर लोगों को सोचने पर विवश कर दिया. अंत में कवि और शायर कुमार विश्वास मंच पर पहुंचे.
यहां उन्होंने हैदराबाद एनकाउंटर पर लोगों के आक्रोश के साथ उन्नाव पर चुप्पी साधने को आड़े-हाथ लेते हुए महिलाओं से ऐसे मसलों पर राजनीति से परे होकर एक होने का आह्वान किया. करीब डेढ़ घंटे तक अपनी रचनाओं में हैदराबाद और उन्नाव घटनाओं के साथ राजनीति पर जमकर व्यंग बाण चलाए. कवि सम्मेलन मध्य रात्रि बाद तक चला और हजारों लोगों ने काव्य रचनाओं का आनंद उठाया. मंच संचालन बुंदेलखंड के कमलेश बसंती और स्थानीय कवि बृजमोहन तूफान ने किया.