बांसवाड़ा. जिले के कोतवाली पुलिस ने सोमवार को चाचा कोटा रोड पर एक संदिग्ध को देसी कट्टे सहित पकड़ा, जो पूछताछ में हार्डकोर अपराधी फिरोज मेवाती निकला. उसके खिलाफ मध्यप्रदेश और राजस्थान के करीब 12 पुलिस थानों में डकैती, लूट, पुलिस पर फायरिंग और फिरौती सहित करीब 24 मामले न्यायालय में विचाराधीन है. वहीं, नीमच की कैंट पुलिस को 10 लाख रुपए की फिरौती के मामले में उसकी तलाश थी.
पंचायती राज चुनाव के द्वितीय चरण में होने वाले नामांकन के दौरान कानून व्यवस्था के दृष्टिगत कोतवाली थाना प्रभारी दया लाल आंजना और रामायण पाटीदार गश्त कर रहे थे. गोपनीय सूचना पर आंजना जाप्ते के साथ चाचा कोटा रोड की तरफ गए, जहां मुखबिर की सूचना के अनुसार एक व्यक्ति को पकड़ा गया. पहले तो उसने अपना नाम और पता गलत बताया, लेकिन उसके जेबों से बरामद दस्तावेज और मोबाइल के आधार पर उसकी पहचान 39 वर्षीय मेवाती पुरा थाना आलोट जिला उज्जैन निवासी फिरोज खान उर्फ बाबू खा उर्फ मोहम्मद हुसैन मेवाती पुत्र बाबू के रूप में की गई.
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वहीं, हाल में भीलवाड़ा के भीमपुरा थाना अंतर्गत भवानीपुरा गांव में रहना सामने आया. उसके खिलाफ मध्यप्रदेश के खाचरोद, नागदा, रिंगनोद और आलोट के अलावा राजस्थान में भीलवाड़ा के कोतवाली, प्रताप नगर, अजमेर के विजयनगर, चित्तौड़गढ़ के गंगरार और बस्ती थाना क्षेत्र में लूट, डकैती, पुलिस पर फायरिंग के साथ फिरौती के करीब 24 मामले दर्ज हैं और यह मामले न्यायालय में विचाराधीन है.
जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बताया कि फिरोज मेवाती लोगों को डरा धमका कर फिरौती मांगने का आदतन अपराधी है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2008 में नागदा मध्य प्रदेश के पेट्रोल पंप व्यवसाई से 2 लाख रुपए की फिरौती और 2018 में ही एक स्थानीय अध्यापक से एक लाख रुपए की फिरौती मांगने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है.
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शेखावत ने बताया कि इसी प्रकार डेढ़ महीने पहले नीमच के कैंट थाना क्षेत्र में एक स्थानीय व्यापारी को डरा धमका कर 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने के प्रकरण में पुलिस को उसकी तलाश है. इस मामले में नीमच पुलिस की ओर से उसकी गिरफ्तारी में सहयोग पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है.
कुख्यात अपराधी छंगा का है भाई
12 बोर लोडेड देसी कट्टे के साथ पकड़े गए फिरोज मेवाती का भाई छंगा मेवाती कुख्यात अपराधी रहा है. फिरोज छंगा के साथ कई वारदातों में शामिल था और वर्ष 2003 में पकड़े जाने के दौरान भीलवाड़ा में पुलिस पर फायरिंग में भी उसकी गिरफ्तारी की गई. वर्ष 2003 में नागदा पुलिस ने मुठभेड़ में छंगा उर्फ शाकिर को मौत के घाट उतारा था. चंगा पर भी 15 हजार रुपए का नकद इनाम रखा गया था.
कोतवाली थाना प्रभारी भैया लाल आंजना ने बताया कि उन्होंने 10 लाख रुपए की फिरौती के मामले में कैंट नीमच पुलिस को फिरोज की गिरफ्तारी के संबंध में सूचना दे दी है. फिलहाल, उससे पूछताछ की जा रही है.