बांसवाड़ा. कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से एक्टिव मोड़ पर दिखाई दे रहा है. वायरस से निपटने के लिए जिला कलेक्टर की ओर से आयोजित की गई बैठक के बीच बांसवाड़ा में 3 विदेशी नागरिकों के ठहराव की सूचना के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है. वहीं जांच टीमें विदेशी नागरिकों तक पहुंची और उनकी आवश्यक जांच पड़ताल की, हालांकि उनमें कोरोना वायरस जैसे कोई लक्षण नहीं पाए गए.
चिकित्सा विभाग की ओर से शहर सहित जिलेभर में होटल रेस्टोरेंट आदि संचालकों को विदेशी और संदिग्ध मरीजों को लेकर जागरूक किया जा रहा है. वहीं ऐसे लोगों की सूचना के लिए संचालकों को जागरूक भी किया जा रहा है. गुरुवार को सूचना मिली थी की बांसवाड़ा में 3 से 4 विदेशी नागरिक ठहरे हुए हैं. सूचना थी की निजी कंपनी के 3 विदेशी लोग बांसवाड़ा आए हुए हैं, जिसके बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एच.एल ताबियर एक फिजीशियन और विभाग की टीम के साथ तत्काल कंपनी पहुंचे.
वहां प्रबंधन से पता चला कि 1 मार्च से 3 तकनीशियन कंपनी में आए हुए हैं. इनमें एक पुर्तगाल की महिला और एक फ्रांस का तकनीशियन भी शामिल है. टीम का तीसरा सदस्य दक्षिण भारत का है. चिकित्सा विभाग की टीम ने तत्काल तीनों तकनीशियन को बुलाया और उनकी बारीकी से जांच की उनमें सर्दी जुकाम और खांसी जैसे किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं पाए गए. चिकित्सा विभाग ने कंपनी प्रबंधन को इन तकनीशियन को बाहर नहीं ले जाने और कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए पाबंद किया.
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अन्य विदेशी नागरिक की जांच करने त्रिपुरा सुंदरी पहुंची टीम
दर्शन के लिए एक ब्रिटिश नागरिक के उदयपुर से त्रिपुरा सुंदरी आने की सूचना भी टीम को मिली. विभागीय टीम ने उसकी भी जांच की, लेकिन कोरोना वायरस जैसे कोई लक्षण नहीं पाए गए. यह ब्रिटिश नागरिक पिछले कई दिनों से राजस्थान प्रमाण पर है और कई स्थानों पर भ्रमण कर उदयपुर से त्रिपुरा सुंदरी पहुंचा. ब्रिटेन का यह पर्यटक शुक्रवार सुबह अपने अगले पड़ाव पर निकलेगा. विभाग की ओर से उच्च अधिकारियों को उसके विजिट रूट के बारे में जानकारी दे दी गई है.
बता दें कि जिला प्रशासन संदिग्ध मरीजों पर नजर रखने के लिए मध्यप्रदेश और गुजरात रूट पर 3 चेक पोस्ट लगाने जा रहा है. जहां आने-जाने वाले वाहनों में बाहर से आने वाले लोगों की मॉनिटरिंग की जाएगी.