कुशलगढ़ (बांसवाड़ा). महासती पुण्यशीलाजी के सानिध्य में गर्म जल और धोवन पानी के आधार पर शीला पत्नी नरेन्द्र गादिया ने 31 उपवास की कठोर तपस्या पूर्ण की. कुशलगढ़ वर्षावास अभी तक 13 मासक्षमण पूर्ण हो चुके हैं. तपस्वी शीला बहन गादिया को एक सुसज्जित बग्गी में बैठाकर गाजे-बाजे के संग वरघोड़ा निकाला गया.
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स्थानिय भवन धर्म सभा में महासती ने कहा कि कर्मों की निर्जरा के लिए शरीर को तप रूपी अग्नी में तपाना आवश्यक हैं. तप के द्वारा ही मनुष्य पुण्य उपार्जन कर मोक्ष प्राप्त कर सकता हैं. धर्मसभा में शीला बहन गादिया का वर्धमान स्थानक श्रावक संघ की ओर से चांदी का सिक्का, प्रशस्ति पत्र, शॉल और मालाभेंट कर सम्मान किया गया. श्रीसंघ के अध्यक्ष राजेंद्र गादिया ने बताया कि जावरा के सिसोदिया परिवार नेता प्रतिपक्ष रजनीकांत खाब्या, सुभाषचंद्र लुणावत,प्रवीण कावड़िया और गादिया परिवार की ओर सम्मान किया गया.
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पल्लव का गादिया ने 11 उपवास, शीखा गादिया ने आजीवन जमीकंद का त्याग करने का प्रण कर तपस्वी का बहुमान किया. विशाल गादिया ने बताया कि प्रकाश वोहरा के 40 उपवास, राजेश गादिया के 33 उपवास, निर्मला बहन चोपड़ा के 25 उपवास और यश खाब्या के 9 उपवास की तपस्या चल रही हैं. अरिहंत डोसी,राजश्री डोसी और लोकेश बाठिया सिद्धी तप की तपस्या कर रहे हैं. इधर तपस्या अनुमोदन कार्यक्रम में गुजरात और मध्यप्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे.