बांसवाड़ा. शहर की मुस्लिम कॉलोनी में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक युवती ने घर के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी. हालांकि, परिजनों को समय रहते पता चल गया और युवती की सांसें चल रही थी. तभी फंदे से उतार लिया, लेकिन अस्पताल में ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई. पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है.
कोतवाली थाने के एएसआई विनोद कुमार ने बताया, मुस्लिम कॉलोनी निवासी छगनलाल तंबोली ने थाने में रिपोर्ट दी, पानवाड़ी निवासी खुशबू पुत्री अशोक तंबोली जो कि रिपोर्ट करवाया कि उसकी भांजी लगती है. मूल रूप से डूंगरपुर की रहने वाली है. उसने अपने घर के कमरे में सुबह 10:15 बजे फांसी का फंदा लगा लिया. फंदा लगाने के कुछ ही देर में परिजनों को पता चल गया तो तत्काल दरवाजा तोड़कर उसे फांसी के फंदे से उतार लिया. आसपास के लोग और परिजन उसे लेकर सीधे एमजी अस्पताल भाग गए, उस समय उसकी सांसें चल रही थी. अस्पताल आते-आते उम्मीद खत्म हो गई और खुशबू की सांसों की डोर भी टूट गई.
यह भी पढ़ें: पाली: पीहर आई विवाहिता ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना का आरोप
22 साल युवती की मौत से पूरा परिवार ही नहीं, आसपास के लोग भी सदमे में हैं. हमने कई लोगों से बात करने की कोशिश कि लेकिन कोई कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है. हालांकि, पुलिस ने अपने तरीके से पूछताछ शुरू कर दी है. मृतक खुशबू के पिता अशोक बांसवाड़ा में फल का ठेला लगाते हैं. मामा छगनलाल ने बताया, खुशबू सहित कुल तीन भाई बहन हैं, जिसमें सबसे बड़ी थी. खुशबू के पिता फल का ठेला लगाते हैं. मूल रूप से डूंगरपुर के रहने वाले हैं. अपने काम धंधे के लिए बांसवाड़ा में रहते हैं. खुशबू की छोटी बहन का नाम काजल बताया गया है.